Uttar Pradesh

Mirzapur News : एन.एच -135 पर सुरक्षा की दृष्टि से लगाए गए CCTV कैमरे लगा रहे मदद की गुहार, जानिए पूरा मामला



मंगला तिवारी/मिर्जापुर: अपराध को रोकने और लोगों के सुरक्षा के दृष्टिगत राष्ट्रीय राजमार्ग 135 पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जनपद में चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि सीसीटीवी कैमरों के बैटरी और इन्वर्टर पर आए दिन हाथ साफ कर देते हैं,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती. राजमार्ग पर अपराधी एक के बाद एक ताबड़तोड़ तरीके से चोरी की वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं. वहीं, राजमार्ग के कर्मचारी पुलिस से शिकायत करते हैं, सीसीटीवी के फुटेज भी देते है. लेकिन, मजाल है जो चोर पकड़ा जाए.

बता दें, वाराणसी से मध्य प्रदेश तक बनाए गए राष्ट्रीय राजमार्ग 135 पर सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसका सबसे बड़ा उद्देश्य था कि क्राइम कंट्रोल एवं हादसों के वक्त वाहनों के नंबर ट्रेस करना था, लेकिन अब सीसीटीवी कैमरा ही मदद की गुहार लगा रहा है. दरअसल कैमरे लगवाने के कुछ दिन बाद से ही इनके बैटरी और इन्वर्टर के चोरी होने का सिलसिला शुरू हो गया था. पुलिस के हीलाहवाली के चलते अब तक एक भी मामले का पर्दाफाश नहीं हो पाया है.

10 सीसीटीवी कैमरे पड़े हैं खराबवाराणसी से हनुमाना जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-135 तीन पैकेज में डिवाइड है. पैकेज-1 वाराणसी से डगमगपुर, जिसमें सभी सीसीटीवी कैमरे चालू अवस्था में हैं. पैकेज-2 में डगमगपुर से लालगंज के बीच 16 कैमरे लगे हैं, जिसमें से 5 सीसीटीवी कैमरे बैटरी-इन्वर्टर चोरी होने के वजह से बंद पड़े हैं. वहीं, पैकेज-3 में लालगंज से हनुमना के बीच कुल 16 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिसमें से 5 बैटरी-इन्वर्टर चोरी होने के वजह से बंद पड़े हैं.

25 से 30 हजार है एक बैटरी और इन्वर्टर की कीमतइस बाबत जब प्रोजेक्ट मैनेजर धर्मेंद्र कुमार ने बताया की सीसीटीवी कैमरे का बैटरी इन्वर्टर तो आए दिन चोरी होता है. सबसे ज्यादा ये वारदात ड्रमंडगंज इलाके में होता है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा ड्रमंडगंज घाटी में लगे रेलिंग को चोर कई किलोमीटर तक काट ले जाते हैं. साथ ही कई जगह डिस्प्ले बोर्ड और स्ट्रीट लाइट के केबल को भी चोरों ने निशाना बना लिया है. जिससे फ्लाई ओवर और उसके पास का पूरा इलाका अंधेरे में डूब जाता है. प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि एक बैटरी इन्वर्टर की कीमत लगभग 25 से 30 हजार होती है.

एफआईआर दर्ज नहीं होने से नहीं मिला बीमा राशिप्रोजेक्ट मैनेजर धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि चोरी के संबंध में कई बार लालगंज, ड्रमंडगंज और पड़री थाने में कई बार तहरीर दिया, लेकिन पुलिस ने एक बार भी एफआईआर दर्ज नहीं किया. एक दो बार एनसीआर दर्ज किया गया, हालांकि अब तक एक भी चोर पकड़ा नहीं गया है. पुलिस के द्वारा रात्रि गस्त आदि में कोई सहयोग नही मिलता है. शिकायत के बाद भी ठोस कार्रवाई नही होती है. उन्होंने बताया कि एफआईआर दर्ज नहीं होने से बीमा की राशि भी नहीं मिल पाती है. वहीं, चोरी की वारदातों को लेकर सीओ लालगंज से बातचीत करने का प्रयास किया गया, लेकिन बातचीत नही हो सकी.
.Tags: Mirzapur news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 26, 2023, 20:24 IST



Source link

You Missed

Activist’s complaint exposes irregularities in Rs 300 crore Mundhwa land deal linked to Ajit Pawar’s son
Top StoriesNov 8, 2025

एक कार्यकर्ता की शिकायत से 300 करोड़ रुपये के मुंढवा भूमि सौदे में अजित पवार के पुत्र से जुड़े अनियमितताओं का खुलासा

जांच में पाया गया कि जमीन की बिक्री के लिए किए गए दस्तावेज़ फर्जी थे। जांच में पाया…

Scroll to Top