अहरौरा बांध से पानी छोड़ने के बाद मिर्जापुर-चंदौली मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से रुक गया है. सड़क पर 5 फीट से ज्यादा पानी चल रहा है, जिससे यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है. यह दृश्य अहरौरा बांध के पास देखा जा सकता है, जहां पानी की विस्फोटक गति से बह रही है.
बांध से प्रति सेकेंड 4200 क्यूसेक पानी को डिस्चार्ज किया जा रहा है. इस पानी की गति और मात्रा को देखकर यह कहा जा सकता है कि जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में बदलाव हो रहा है. इंद्रदेव के रुष्ट होने की वजह से 12 वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया है, जो कि एक बड़ा मौसमी घटना है.