मिर्जापुर: मां विंध्यवासिनी धाम में मां फूलमती के दर्शन से काली शक्तियां दूर.

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काली शक्तियों या भूत-प्रेत से हैं परेशान? इस मंदिर में दर्शन से मिलेगा समाधान

Last Updated:June 16, 2025, 12:43 ISTविंध्याचल धाम में स्थित मां फूलमती का मंदिर तंत्र साधना और आध्यात्मिक शक्तियों का एक जीवित केंद्र माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि मां फूलमती के दर्शन मात्र से ही काली शक्तियों का प्रभाव समाप्त हो जाता है और भूत…और पढ़ेंहाइलाइट्समां फूलमती के दर्शन से काली शक्तियों का प्रभाव समाप्त होता है.विंध्याचल धाम में मां फूलमती का मंदिर तंत्र साधना का केंद्र है.मां फूलमती के मंदिर का द्वार विशेष भक्तों के लिए ही खोला जाता है.मिर्जापुर. विंध्य पर्वत पर विराजमान आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी का धाम विशेष महत्व रखता है. मां के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं. इसी धाम में माता फूलमती का मंदिर भी स्थित है. मान्यता है कि मां फूलमती के दर्शन से काली शक्तियों का प्रभाव समाप्त हो जाता है और भूत-प्रेत जैसी बाधाएं भी दर्शन मात्र से ही दूर हो जाती हैं. मां फूलमती को तंत्र की देवी माना जाता है, और तांत्रिक यहां विशेष सिद्धि प्राप्त करने के लिए पूजन करते हैं. मां को नींबू, अगरबत्ती और कपूर आदि अर्पित किए जाते हैं. धाम में मौजूद तीर्थ पुरोहित भी विशेष पूजन करते हैं.

खत्म हो जाते है सारे दोष आध्यात्मिक धर्मगुरु पं. त्रियोगी नारायण मिश्र मिट्ठू ने बताया कि विंध्याचल केवल एक तीर्थ नहीं, बल्कि वह स्थान है जहां देवी पूजी नहीं जातीं, बल्कि जागृत रूप में दर्शन देती हैं. यह स्थान केवल शक्ति का केंद्र नहीं, बल्कि यंत्र, मंत्र और तंत्र की त्रिकोण अधिष्ठात्री भी है. विंध्याचल धाम में स्थित मां फूलमती का मंदिर विशेष महत्व रखता है. मान्यता है कि मां के दर्शन से शारीरिक विकृतियां, मानसिक दोष, पारिवारिक कलह और काली शक्तियों का प्रभाव समाप्त हो जाता है. मां फूलमती की उपस्थिति तंत्र साधना का जीवित केंद्र मानी जाती है. यहीं पर मां धूमावती का मंदिर भी स्थित है, जिन्हें भूत-प्रेत और पिशाच का शमन करने वाली शक्ति कहा जाता है.

बंद रहता है द्वारत्रियोगी नारायण मिट्ठू महाराज ने बताया कि मां फूलमती और मां धूमावती की स्थापना मुख्य अधिष्ठात्री देवी मां विंध्यवासिनी की कृपा से हुई है. जो भी भक्त मां के इस धाम में दर्शन के लिए आते हैं, उन्हें मां दुर्गा, भैरव, शिव, फूलमती, मां धाधा, सरस्वती और दक्षिणमुखी हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त होता है. यह धाम केवल दर्शन का स्थान नहीं, बल्कि साधकों के लिए एक विशेष साधना स्थल भी है. यहां तंत्र सिद्धि की साधना के लिए दूर-दराज़ से तांत्रिक आते हैं और तप करते हैं. मां फूलमती के मंदिर का द्वार हमेशा बंद रहता है, और केवल उन भक्तों के लिए खोला जाता है जिन्हें विशेष समस्याएं होती हैं और जो पूजन के लिए आते हैं.

Location :Mirzapur,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshकाली शक्तियों या भूत-प्रेत से हैं परेशान? इस मंदिर में दर्शन से मिलेगा समाधानDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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