विशाल झा/गाजियाबाद: गाजियाबाद के बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात एक अधिकारी की चर्चा इन दिनों पूरे प्रदेश में हो रही है. इस अधिकारी को सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी के राजकीय सम्मान से सम्मानित किया गया है. यह एकमात्र ऐसे कर्मचारी हैं, जिनको यह सम्मान मिला है.

दरअसल, गाजियाबाद के डॉ. राकेश कुमार 28 वर्षों से दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्यधारा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लायक बना रहे हैं. डॉ कुमार ने करीब 28 साल पहले द वेलफेयर ऑफ मेंटली रिटार्डेड संस्था (The Welfare of mentally Retarded Organisation) में सोशल वर्कर के पद पर काम किया था. इसके बाद करीब छह सालों तक बेसिक शिक्षा विभाग गाजियाबाद में जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा) का पदभार संभाला.

दिव्यांग बच्चों के जीवन को दी नई उड़ानअपने कार्यकाल में राकेश करीब नौ हजार से अधिक दिव्यांग बच्चों को नई दिशा देकर उनका जीवन संवार चुके हैं. छह से 14 साल तक के दिव्यांग बच्चों के लिए सरकार संचालित विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. इसके अलावा डॉ. कुमार दिव्यांग बच्चों के लिए मेडिकल असेसमेंट कैंप, मेजरमेंट एंड डिस्ट्रीब्यूशन कैंप, गंभीर दिव्यांग बच्चों के लिए आवासीय कैंप के आयोजन समेत म्यूजिक, खेलकूद और कंप्यूटर आदि का प्रशिक्षण देने का काम करते हैं. इन सभी कैंप में शामिल होने वाले दिव्यांग बच्चे अब जिंदगी में काफी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.

दिव्यांग छात्रों को सुविधाएंराकेश कुमार टाटा स्टील, एचसीएल समेत कई निजी कंपनियों के साथ समन्वय स्थापित कर सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) फंड के माध्यम से समय-समय पर दिव्यांग बच्चों के लिए कंप्यूटर लैब, खेल सामग्री आदि की व्यवस्था कराते हैं. डॉ. राकेश ने बताया कि दिव्यांग बालिकाओं के लिए स्टाइपेंड और अति गंभीर दिव्यांग बच्चों के लिए एस्कॉर्ट अलाउंस दिए जाने की भी व्यवस्था है. वहीं अति गंभीर दिव्यांग बच्चे, जो स्कूल तक नहीं पहुंच पाते उन्हें स्पेशल एजुकेटर के माध्यम से होम बेस्ड एजुकेशन दिलवाई जा रही है.
.Tags: Ghaziabad News, Local18, UP Government, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : December 6, 2023, 23:38 IST



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