सनन्दन उपाध्याय/बलिया: जिले में लगने वाला ऐतिहासिक ददरी मेला हर किसी के लिए आकर्षण का केंद्र है. इस मेले का एक प्रमुख बाजार है जो महिलाओं के लिए मशहूर है. जिसको मीना बाजार के नाम से जानते हैं. जहां महिलाओं के श्रृंगार का हर सामान आसानी से मिल जाता हैं. यह मीना बाजार मुगल शासको के द्वारा प्रारंभ किया गया था. जिसमें खास तौर से महिलाओं के शौक श्रृंगार से लेकर गृहस्थी तक का हर एक समान मिल जाता है. यह मीना बाजार लड़कियों महिलाओं के लिए ही प्रसिद्ध है.

महिलाओं का कहना है कि यह मीना बाजार ऐतिहासिक ददरी मेले का महत्वपूर्ण अंग है. यह हम सभी के लिए काफी महत्वपूर्ण बाजार है. इसमें घर गृहस्थी के साथ हम महिलाओं की हर सामान आसानी से एक बाजार में ही मिल जाती है और इस बार का मेला तो इतना खास लगा है कि देखते ही बन रहा है. यहां पर आपको सभी प्रकार का ब्रांडेड मेकअप बहुत ही सस्ते दामों पर मिल जाएगा. जिसमें महिलाओं के सजने संवरने का सभी प्रकार का मेकअप शामिल है.

ये है मीना बाजार का इतिहास

मुगल शासक अकबर औरंगजेब के शासनकाल में इस मेले को सन 1707 ईस्वी में एक अलग आयाम दिया गया. जिसमें महिलाओं के लिए खास तौर से मीना बाजार बनाया गया. जहां घर गृहस्थी, लड़कियों और महिलाओं की हर एक महत्वपूर्ण सामान मिल जाती है.मुगल शासको ने महिलाओं के लिए ही इस बाजार को शुरू कराया था. जो धीरे-धीरे ऐतिहासिक ददरी मेले का महत्वपूर्ण अंग बन गया. इस मीना बाजार में लड़कियों/युवतियों और महिलाओं की काफी भीड़ लगती है. उनको यह मालूम होता है कि हमें जो सामान चाहिए वह मीना बाजार में जरूर मिल जाएगा. इस बाजार में औरतों के शौक श्रृंगार का सामान क्वालिटी के आधार पर सस्ता और महंगा दोनों मिलता है. हर कोई अपने बजट के हिसाब से इस मीना बाजार से अपनी खरीदारी करता है.

श्रृंगार सामग्री खरीदने उमड़ी महिलाओं की भीड़

मुरादाबाद से आए दुकानदार बृजभान चौधरी ने कहा कि मैं सन 2010 से इस ऐतिहासिक ददरी मेले के मीना बाजार में दुकान लगाता हूं. इस बाजार में खास तौर से लड़कियों और औरतों का छोटा बड़ा हर सामान मिलता है. मीना बाजार नाम से ही पता चलता है कि यहां पर महिलाओं के श्रृंगार से जुड़ा हर सामान मिलता है. महिलाओं के सिर में सजने वाला सिंदूर से लेकर विभिन्न प्रकार के कहने, सिलाई कढ़ाई का हर सामान और पैरों का पायल भी विभिन्न डिजाइन में मिलता है. यहां सारी ज्वेलरी बेहद किफायती दामों में मिलती है.
.Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : December 3, 2023, 14:57 IST



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