Uttar Pradesh

मेरठ में यहां है स्फटिक मणि से बना शिवलिंग… माना जाता है आदिशक्ति का रूप, जाने मंदिर का इतिहास



विशाल भटनागर/मेरठः पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ की बात की जाए तो यहां आपको क्रांति से संबंधित अनेकों गाथा सुनने को मिलेगी. वही पौराणिक दृष्टि से भी मेरठ काफी अहम माना जाता है, यहां आपको विभिन्न ऐसे शिवालय देखने को मिलेंगे, जिनके प्रति भक्तों की अटूट आस्था है. कुछ इसी तरह का उल्लेख सम्राट पैलेस कॉलोनी स्थित त्रिपुरा सुंदर महादेव मंदिर में सुनने को मिलता है. जहां भोले बाबा की शिवलिंग स्फटिक मणि से निर्मित है.लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए मंदिर के प्रभारी पुजारी राधिकनंद ब्रह्मचारी ने बताया कि जिस प्रकार रुद्राक्ष को भोले का रूप कहा जाता है. वैसे ही यह मणि आदिशक्ति का रूप है. वह बताते हैं कि आस-पास किसी भी मंदिर में आपको इस प्रकार की कोई भी स्फटिक मणि से तैयार शिवलिंग नहीं मिलेगी. सबसे खास बात यह है कि स्फटिक मणि से निर्मित शिवलिंग की अगर आप पूजा अर्चना करते हैं. तो आपको सनातन धर्म संस्कृति के अनुसार वस्त्रों में ही पूजा अर्चना करने की अनुमति मिलेगी.शंकराचार्य ने कराई मंदिर की स्थापनावर्ष 1989 में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी ने मंदिर की स्थापना कराई थी. मंदिर में जगद्गुरु शंकराचार्य की मूर्ति स्थापित की गई है. उनके समक्ष भी भोले बाबा की शिवलिंग ही देखने को मिलेगी. बताते चलें कि इस मंदिर का पौराणिक महत्व है. दूर-दराज से श्रद्धालु यहां भोले बाबा की पूजा अर्चना करते हैं. भक्तों ने भी लोकल-18 से खास बातचीत करते बताया भोले बाबा एवं मां राजराजेश्वरी की पूजा अर्चना करने से मन को शांति मिलती है और बिन मांगे ही सभी मनोकामना पूर्ण भी हो जाती है..FIRST PUBLISHED : July 14, 2023, 16:50 IST



Source link

You Missed

Activist’s complaint exposes irregularities in Rs 300 crore Mundhwa land deal linked to Ajit Pawar’s son
Top StoriesNov 8, 2025

एक कार्यकर्ता की शिकायत से 300 करोड़ रुपये के मुंढवा भूमि सौदे में अजित पवार के पुत्र से जुड़े अनियमितताओं का खुलासा

जांच में पाया गया कि जमीन की बिक्री के लिए किए गए दस्तावेज़ फर्जी थे। जांच में पाया…

Scroll to Top