पीरियड्स हो या प्रेग्नेंसी आज भी अधिकतर महिलाएं इन विषय पर खुलकर बात करने से झिझकती हैं. जानकारी के अभाव की वजह से पीरियड्स से लेकर प्रेग्नेंसी को लेकर कुछ मिथक फैले हुए हैं जिनपर महिलाएं यकीन करती हैं. आइए जानते हैं सीके बिड़ला अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग डॉ. कीर्ति खेतान पीरियड्स से जुड़े मिथक के बारे में.
मिथक: अनियमित पीरियड्स होना नॉर्मल होता हैडॉक्टर के अनुसार कुछ महिलाओं में अनियमित पीरियड्स होना नॉर्मल है. मेनोपॉज के दौरान अनियमित पीरियड्स नॉर्मल हैं लेकिन लगातार और हैवी ब्लड फ्लों होना नॉर्मल नहीं है. अनियमित पीरियड्स पीसीओएस या थायराइड की बीमारी का संकेत हो सकता है.
मिथक: नेचुरल चीजों से हार्मोनल समस्याओं का इलाज कर सकते हैंहार्मोनल समस्या को कम करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल और नेचुरल चीजें मददगार हो सकती है, लेकिन इन चीजों से हार्मोनल समस्या का पूरा इलाज नहीं हो सकता है. हार्मोनल समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर के पास जाएं.
मिथक: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को ड्राई फ्रूट्स, नट्स और फलों को खाने से बचना चाहिएप्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं अधिकतर भोजन का सेवन कर सकती हैं. प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादातर नट्स, ड्राई फ्रूट्स और फल मां और बच्चे के लिए फायदेमंद होता है. प्रेग्नेंसी के दौरान कच्चा पपीता, अनानास और अनार का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए.
मिथक: डिलीवरी के बाद महिलाओं को नहाना नहीं चाहिएयह केवल और केवल एक मिथक हैं. बेबी डिलीवरी के बाद महिलाओं को रोजाना नहाना चाहिए. इस दौरान हेल्दी डाइट लें. ज्यादा तनाव ना लें. डिलीवरी के बाद साफ सफाई का ज्यादा देना चाहिए, इसके लिए रोजाना नहाना चाहिए. गुनगुने पानी से नहाने से शरीर को आराम मिलता है. इसके अलावा हेल्दी डाइट लें ताकि ब्रेस्टफीडिंग में किसी तरह की समस्या ना हो.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत या स्किन से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.