हमारा शरीर किसी भी बड़ी बीमारी के आने से पहले छोटे-छोटे संकेत देता है. ऐसा ही एक संकेत पुरुषों में सुबह के समय मिलने वाला ‘मॉर्निंग इरेक्शन’ या ‘मॉर्निंग वुड’ है. यह संकेत न केवल सेक्सुअल हेल्थ का प्रतीक है, बल्कि दिल की सेहत से भी गहरा संबंध रखता है. अगर सुबह के समय यह सामान्य शारीरिक प्रक्रिया बार-बार गायब हो रही है, तो यह हार्ट ब्लॉकेज जैसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है.
‘नॉकटर्नल पेनाइल ट्यूमेसेंस’ (NPT) या मॉर्निंग इरेक्शन, पुरुषों की नींद के दौरान खासकर रैपिड आई मूवमेंट स्टेज में होता है. यह शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्राव और पेनाइल टिश्यू में ब्लड फ्लो के बढ़ने के कारण होता है. अगर मॉर्निंग इरेक्शन अचानक से कम या गायब हो जाए, तो यह ब्लड फ्लो, हार्मोन लेवल या नर्व फंक्शन में समस्या का संकेत हो सकता है.
इरेक्टाइल डिसफंक्शन और दिल की सेहत का संबंधइरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED) को दिल की बीमारियों का शुरुआती संकेत माना जाता है. शोध से पता चला है कि जिस तरह कोरोनरी नसों में प्लाक बनने से खून के फ्लो में रुकावट पैदा होती है, वही समस्या पेनाइल नसों में भी हो सकती है. चूंकि पेनाइल धमनियां कोरोनरी धमनियों से छोटी होती हैं, इसलिए इनके ब्लॉकेज के लक्षण पहले दिखते हैं. 2016 के एक अध्ययन में पाया गया कि ED से पीड़ित पुरुषों में कार्डियोवैस्कुलर समस्याओं की संभावना अधिक होती है.
हार्ट ब्लॉकेज का संकेत कैसे देते हैं मॉर्निंग इरेक्शन?मॉर्निंग इरेक्शन के लिए हेल्दी ब्लड फ्लो और नसों का लचीला होना जरूरी है. अगर लगातार मॉर्निंग इरेक्शन नहीं हो रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी धमनियों में ब्लॉकेज या खून के फ्लो की समस्या है.
टेस्टोस्टेरोन और हार्ट डिजीजकम टेस्टोस्टेरोन स्तर भी मॉर्निंग इरेक्शन में कमी का कारण हो सकता है. उम्र बढ़ने के साथ टेस्टोस्टेरोन का लेवल गिरता है, लेकिन डायबिटीज या दिल की बीमारियों जैसी समस्याएं इसे और कम कर सकती हैं. कम टेस्टोस्टेरोन का संबंध कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) और मेटाबॉलिक समस्याओं से भी है.
कब सतर्क हों?अगर कभी-कभार मॉर्निंग इरेक्शन न हो तो चिंता की बात नहीं है. लेकिन लगातार ऐसा होना और साथ में छाती में दर्द, थकान या सांस फूलने जैसे लक्षण मिलें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. यह हार्ट ब्लॉकेज का शुरुआती संकेत हो सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.