Last Updated:June 13, 2025, 23:49 ISTMeerut News in hindi : इस जगह को ऐसे बनाया गया है कि पर्यटक यहां खिंचे चले आएंगे. इस नेचर पथ पर घड़ियाल, बारहसिंघा और डॉल्फिन सहित कई जीव-जंतु भी ‘तैनात’ किए गए हैं. मेरठ. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से 45 किलोमीटर दूर हस्तिनापुर क्षेत्र में घूमने आ रहे श्रद्धालु महाभारत कालीन मंदिरों में दर्शन कर रहे हैं. यहं वे ऐसे स्थान की तलाश भी करते हैं, जहां प्राकृति का लुत्फ भी उठाया जा सके. ऐसे लोगों के लिए हस्तिनापुर नेचर पथ तैयार हो गया है. यहां आप नेचर के बीच घूमते हुए वन, जीव और उनके स्टैचू के बारे में भी जान सकते हैं. मेरठ डीएफओ राजेश कुमार ने लोकल 18 को बताया कि हस्तिनापुर वन्य क्षेत्र प्रकृति का बेहतर नजारा है. जहां लोग घूमते हुए नेचर का आनंद ले सकते हैं.डीएफओ के अनुसार, इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए हस्तिनापुर वन्य क्षेत्रीय रेंजर ऑफिस के पास ही नेचर पथ विकसित किया गया है. लगभग 2 किलोमीटर के इस पूरे क्षेत्र में आप विभिन्न प्रजाति के पेड़-पौधों के बीच हरियाली का आनंद ले सकेंगे. पक्षियों की चहल-पहल भी देखने को मिलेगी.
जल्द ही सभी काम…वर्तमान समय की जरूरतों को देखते हुए नेचर पथ पर झोपड़ी टाइप कैंटीन भी विकसित की जाएगी. ताकि लोग प्रकृति वातावरण में घूमते हुए खाने-पीन से संबंधित चीजों का भी आनंद ले सकें. डीएफओ ने बताया कि इससे जुटे जल्द ही सभी काम कंप्लीट कर लिया जाएगा. हस्तिनापुर सेंचुरी में अक्टूबर में हजारों किलोमीटर की यात्रा करते हुए विदेशी पक्षी भी बड़ी संख्या में पहुंचने लगते हैं. इसे देखते हुए इस जगह को ऐसे विकसित किया गया है कि उससे पर्यटक यहां खिंचे चले आएंगे. इस नेचर पथ पर घड़ियाल, बारहसिंघा और डॉल्फिन सहित कई जीव-जंतुओं के स्टैचू भी लगाए गए हैं. इनके साथ लोग सेल्फी भी ले सकेंगे और प्रकृति की जरूरत भी समझेंगे.Location :Meerut,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshदेखें महाभारत काल के मंदिर, उठाइए जंगल का आनंद, ऐसा बनाया अनूठा जुगाड़