मेरठ में वायु प्रदूषण की स्थिति खतरनाक बनी हुई है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में पिछले एक सप्ताह से प्रदूषण लोगों के सांसों पर संकट के रूप में उभर रहा है. उत्तर प्रदेश के शीर्ष पांच प्रदूषित शहरों में मेरठ शामिल है. सोमवार के एक्यूआई की बात करें तो मेरठ में यह 252 दर्ज हुआ है.
ठंड की दस्तक के साथ प्रदूषण की परेशानी बढ़ी है. मेरठ में ठंड की दस्तक स्पष्ट दिखाई दे रही है. सुबह सैर करने वाले लोगों को ठंड का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि मौसम विभाग के अनुसार सुबह 7:00 बजे तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है. दूसरी ओर तापमान में गिरावट के कारण प्रदूषण में वृद्धि देखने को मिल रही है, जिससे स्वास्थ्य पर डबल खतरा बना हुआ है. उत्तर प्रदेश में झांसी को छोड़कर सभी शहरों की स्थिति लगभग खराब है. झांसी में 77 एक्यूआई दर्ज हुआ है, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है. जबकि नोएडा, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर और मेरठ की स्थिति काफी गंभीर है, यहां एक्यूआई 250 से 300 के बीच दर्ज हुआ है. वहीं, आगरा, अलीगढ़, सहारनपुर और हापुड़ में भी वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए घातक है.
मेरठ के गंभीर स्थिति वाले क्षेत्रों की बात करें तो गंगानगर में एक्यूआई 220 है, जयभीम नगर में 289 और पल्लवपुरम फेज 2 में 273 दर्ज हुआ है, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से खतरनाक है. मौसम विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार, हवाएं चलने से ही वायु प्रदूषण से राहत मिल सकती है, क्योंकि वर्तमान स्थिति में ठंड के साथ प्रदूषण की परत एक ही जगह केंद्रित है. डॉक्टरों के अनुसार, स्वस्थ रहने के लिए मास्क का उपयोग करें, सुबह गुनगुने पानी से गरारे करें और सांस लेने में दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

