Uttar Pradesh

Meerut: आईटीआई के छात्र का कमाल, ड्राइविंग के दौरान दुर्घटना से बचाने के लिए बनाया ‘अनोखा चश्मा’  



रिपोर्ट- विशाल भटनागर
मेरठ. आपने अक्सर देखा होगा कि वाहन चलाते समय ड्राइवर की आंख लगने से कई बड़ी दुर्घटनाएं हो जाती हैं. इन सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के लिए मेरठ स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के छात्र ने एक ऐसा चश्मा तैयार किया गया है. दरअसल यह चश्‍मा ड्राइवर को आंख बंद होते ही बजर सेंसर के माध्यम से जगा देगा. इससे नींद की वजह से होने वाले एक्सीडेंट पर रोक लगाई जा सकती है.
चश्मा बनाने वाले छात्र सचिन कुमार ने News18 लोकल को बताया कि इस चश्मे में सेंसर और बजर का इस्तेमाल किया गया है. इस चश्मे को पहनकर गाड़ी चलाने वाले की आंखें बंद होते ही 2 सेकेंड के अंदर सायरन बज जाएगा. इससे दुर्घटना से बचा जा सकता है.
550 रुपए में बनकर तैयार हुआ है चश्मासेंसर वाले चश्मे को बनाने पर कुल 550 रुपए खर्च हुए हैं. इसमें मोबाइल की बैटरी, एक छोटा बल्ब, सेंसर, नैनो डिवाइस, एडवांस माइक्रोकंट्रोलर, सेंसर, एक छोटे बजर का उपयोग किया गया. छात्र के अनुसार इन सभी उपकरणों के माध्यम से चश्मा लगाने में किसी भी प्रकार से न तो आंखों में दिक्कत होगी और न ही अन्य प्रकार से कोई समस्या होगी. इसके साथ चश्मे को अपडेट कर दिया गया है, ताकि प्रोफेशनल तौर पर चश्मा के बारे में किसी को पता भी ना चले. हालांकि अभी तक चश्मे का पेटेंट नहीं कराया गया है.
अधिक जानकारी के लिए साकेत आईटीआई के मोबाइल नंबर 9628374329 पर भी संपर्क कर सकते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Meerut newsFIRST PUBLISHED : July 14, 2022, 17:23 IST



Source link

You Missed

Four farmers die by suicide in past 15 days as unseasonal rains ruin crops in Saurashtra
Top StoriesNov 11, 2025

पिछले 15 दिनों में सौराष्ट्र में अनseasonal बारिश से फसलें नष्ट होने के कारण चार किसान आत्महत्या कर लेते हैं।

भानवाड़ तालुका के द्वारिका जिले में 37 वर्षीय कारसनभाई वावनोटिया की भी ऐसी ही दुःखद परिस्थितियों का सामना…

Residents of 3 AP Villages Risk Lives to Cross Stream on Makeshift Log Bridge
Top StoriesNov 11, 2025

अंधकारमयी पहाड़ी क्षेत्र में तीन गांवों के निवासी जोखिम भरे तरीके से पुल बनाकर नदी पार करते हैं।

विशाखापट्टनम: लगभग एक दशक से अर्धपुरम, तुम्मलपलेम और मुनगाला पेलेम के आदिवासी परिवारों को बाहरी दुनिया से कटा…

Scroll to Top