Last Updated:June 04, 2025, 22:43 ISTMau news in hindi : मऊ सदर सीट पर विधायक अब्बास अंसारी को दो साल की सजा होने के बाद से उपचुनाव होने की अटकलें लगाई जाने लगी हैं. लेकिन इसमें अभी पेंच है. लोकल लोगों ने पूरी पिक्चर क्लियर कर दी है.X
Conversation with the public regarding the by-electionहाइलाइट्सअब्बास अंसारी को 2 साल की सजा हुई.मऊ सदर सीट पर उपचुनाव की संभावना है.स्थानीय नेता को प्राथमिकता मिल सकती है.Public Opinion/मऊ. उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में सदर सीट से विधायक रहे मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को हिट स्पीच मामले में 31 मई को कोर्ट ने 2 साल की सजा सुना दी. ऐसे में इसी सीट पर उप चुनाव कराए जाने के कयास लगाए जाने लगे हैं. इस सीट पर उपचुनाव होगा या नहीं और अगर हुआ तो लोग किसे पसंद करेंगे, इन सवालों को लेकर Local 18 की टीम स्थानीय जानकारों से बात करने मौके पर पहुंची. राहुल सिंह बताते हैं कि हर आदमी यह कयास लगा रहा है कि मऊ सदर सीट पर अब्बास अंसारी को सजा होने के बाद उपचुनाव होना तय है. लेकिन अगर बात कानूनी प्रक्रिया की करें तो यह अभी पक्का नहीं कि यहां उपचुनाव होगा या नहीं. क्योंकि हर व्यक्ति को अधिकार है कि वह अपनी सजा के खिलाफ ऊंची अदालत में अपील कर सकता है. ऐसे में अगर अब्बास अंसारी कोर्ट जाते हैं और उनको अदालत से राहत मिलती है तो यहां उप चुनाव नहीं होगा.
इनका नाम सबसे आगे
राहुल सिंह कहते हैं कि गाजीपुर से अफजाल अंसारी के साथ भी यही हुआ था. अदालत ने उन्हें सजा सुनाई थी, लेकिन उन्होंने रिट दाखिल कर दिया. बाद में कोर्ट ने उनकी सदस्यता बहाल कर दी. ऐसे में अगर अब्बास अंसारी कोर्ट का सहारा लेते हैं तो और फैसला उनके पक्ष में आता है तो यह सीट बरकरार रह सकती है. लेकिन अगर उप चुनाव की नौबत आती है तब क्या होगा. इस सवाल पर राहुल कहते हैं कि ऐसी सूरत में बतौर उम्मीदवार बृजेश सिंह का नाम समाने आ रहा है, जो चंदौली के रहने वाले हैं. लेकिन यह जरूरी नहीं की बृजेश सिंह ही यहां से प्रत्याशी हों. राहुल बताते हैं कि उम्मीदवार के तौर पर अशोक सिंह का नाम सबसे आगे हैं और बीजेपी उनको प्राथमिकता देती है. मुख्तार अंसारी के सामने चुनाव लड़ने वाले अशोक सिंह ही हुआ करते थे. उनके पुत्र अब्बास अंसारी के सामने भी बीजेपी से अशोक सिंह ही चुनाव लड़े थे.
अभिषेक सिंह बताते हैं कि यहां की जनता इस बार लोकल नेता को अपना विधायक बनाएगी. कोई बढ़िया नेता न होने के वजह से बाहरी नेता आते हैं और मऊ से चुनाव जीतकर चले जाते हैं. लेकिन इस बार यदि उपचुनाव होता है तो समीकरण लोकल की तरफ जाएगा. अधिवक्ता अश्वनी सिंह ने कहा कि पहले तो यह कहना कि मऊ सदर सीट पर उपचुनाव होगा, ये सही नहीं है. क्योंकि अभी अब्बास संसारी के पास रिट दाखिल करने का समय है. उन्हें कोर्ट से राहत मिल सकती है. अगर उन्हें कोर्ट से राहत नहीं मिलती है तब उपचुनाव कराया जाएगा. अगर उपचुनाव होता है तो यहां के लोग लोकल नेता को ही पसंद करेंगे.
Location :Mau,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshक्या अब्बास अंसारी की जाएगी विधायकी? लोग बोले- ‘सिर्फ ये नेता दे पाएगा टक्कर’