Sports

Malaysia Open PV Sindhu lost in quarter final to Tai Tzu-ying | Malaysia Open: खिताब से दूर रह गईं पीवी सिंधु, क्वार्टर फाइनल में झेलनी पड़ी हार



Malaysia Open: दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु मलेशिया ओपन बैडमिंटन के महिला एकल क्वार्टर फाइनल में यहां तीन गेम के कड़े मुकाबले में  गत चैम्पियन चीनी ताइपे की ताई जू यिंग से हारकर बाहर हो गईं. पुरुष वर्ग में एच एस प्रणय के जोनाथन क्रिस्टी के हाथों 18-21, 16-21 से हार के साथ इस सुपर 750 स्पर्धा में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई.ज़रूर पढ़ें
सिंधु के हाथ लगी निराशा
7वीं वरीयता प्राप्त सिंधु टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता दूसरी वरीयता प्राप्त यिंग के खिलाफ पहले गेम को जीतने के बाद लय बरकरार नहीं रख सकी और 21-13, 15-21, 13-21 से हार गई. इस जीत के बाद यिंग ने भारत की इस शीर्ष खिलाड़ी पर अपना दबदबा और मजबूत कर लिया. सिंधु लगातार छठे मैच में यिंग से हारी है. दोनों के जीत हार का रिकॉर्ड भी 16-5 के बड़े अंतर से यिंग के पक्ष में है.
वापसी करने की कोशिश रही नाकाम
सिंधु ने शुरुआती गेम में 2-5 से पिछड़ने के बाद लगातार 11 अंक हासिल कर शानदार वापसी की. चीनी ताइपे की खिलाड़ी ने हालांकि इसके बाद लंबी रैलियां खेलकर प्रतियोगिता में वापसी की कोशिश की लेकिन सिंधु ने उसे ज्यादा मौके नहीं दिए. भारतीय खिलाड़ी ने दूसरे गेम में भी अच्छी शुरुआत की लेकिन यिंग ने वापसी करते हुए ब्रेक तक अपनी बढ़त को 11-3 कर लिया. छोर बदलने के बदलने के बाद यिंग ने अपनी बढ़त को 14-3 कर ली, लेकिन सिंधु ने वापसी की और  17-15 के स्कोर के साथ विरोधी खिलाड़ी की बढ़त को दो अंक तक सीमित कर दिया.
सिंधु की कोशिश नहीं रही पूरी
तीसरे गेम की शुरुआत में दोनों के बीच 12 अंक के खेल तक करीबी मुकाबला हुआ लेकिन इसके बाद सिंधु ने लय गंवा दी और यिंग ने सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ खिताब बचने की ओर कदम बढ़ा दिया. प्रणय ने शुरुआती गेम में क्रिस्टी को कड़ी चुनौती दी लेकिन दूसरे गेम में वह लय जारी नहीं रख सके और 44 मिनट तक चले मुकाबले के सीधे सेटों में हार गए.



Source link

You Missed

authorimg
Uttar PradeshSep 18, 2025

नवरात्रि उपाय: आर्थिक संकट से पानी है मुक्ति? तो नवरात्रि में करें ये उपाय, दरिद्रता हो जाएगी खत्म, बन जाएंगे मालामाल!

नवरात्रि उपाय: मिर्जापुर के आचार्य पं. अनुपम महाराज ने बताया नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती और श्री सूक्त पाठ…

Scroll to Top