Back Pain Exercise: लोग ज्यादातर समय स्मार्टफोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप या टैबलेट पर बिताते हैं. यही नहीं, ऑफिस में घंटो गलत पोस्चर में बैठे रहने से भी यह समस्या गंभीर होती जा रही है. लिहाजा, मसल्स में खिंचाव, डिस्क की समस्या, मोच, गठिया, मोटापा, और स्ट्रेस भी पीठ दर्द का कारण बन सकते हैं.
पीठ दर्द से आराम पाया जा सकता हैन्यूरोसर्जन बताते हैं कि कुछ पीठ दर्द (जैसे चोट, गठिया या जेनेटिक कारणों से होने वाले दर्द भी शामिल है) से बचा नहीं जा सकता है. इसके अलावा पीठ दर्द ऐसी तकलीफ है, जो बार-बार हो जाती है. लेकिन, कई आदतों को रूटीन में शामिल कर लंबे समय से परेशान कर रहे पीठ दर्द से आराम पाया जा सकता है.
कोर मसल्स की मजबूती जरूरीहेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, इसके लिए सबसे पहले अपनी कोर मसल्स को मजबूत करें. एब्डोमिनल एरिया की कोर मसल्स रीढ़ को सपोर्ट देती हैं. अगर ये मजबूत हों, तो रीढ़ पर दबाव कम पड़ता है. कोर मसल्स को मजबूत करने, फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने और वेट कंट्रोल करने से रीढ़ हेल्दी रहती है. दर्द से पीड़ित मरीज मेडिकल सलाह के बाद इस पर काम कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, हल्के एक्सरसाइज या स्ट्रेचिंग करें. हालांकि, दर्द बढ़ने पर इसे इग्नोर ने करें.
रोजाना फिजिकल एक्टिविटी के फायदेहेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, रोजाना फिजिकल एक्टिविटी शरीर को स्वस्थ रखती है. साल 2024 के एक रिसर्च में पाया गया कि जो लोग हफ्ते में 25 मिनट से ज्यादा टहलते हैं, उन्हें पीठ दर्द कम होता है और डॉक्टर के पास कम जाना पड़ता है. अगर दर्द नसों के दबने, डिस्क की समस्या या जॉइंट डिजेनरेशन से है, तो बिस्तर पर आराम करने से भी राहत नहीं मिलती है. मसल्स में खिंचाव बढ़ जाता है, जिससे दर्द बढ़ सकता है. हल्के व्यायाम, टहलना या तैराकी करें और झुकने, मुड़ने या भारी सामान उठाने से बचें.
पीठ दर्द और मेंटल हेल्थ में कनेक्शन पीठ दर्द का मेंटल हेल्थ से भी कनेक्शन है. इसमें व्यायाम लाभकारी होता है. इससे न केवल पीठ दर्द कम होता है, बल्कि यह मूड को भी बेहतर बनाता है. पीठ दर्द से पीड़ित 70 प्रतिशत से ज्यादा लोग उदासी, स्ट्रेस या डिप्रेसन का अनुभव करते हैं. डिप्रेसन दर्द को और गंभीर बना सकता है.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की सलाहवर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन सलाह देता है कि हफ्ते में 150 मिनट मीडियम स्पीड में एक्सरसाइज और दो दिन मसल्स को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज करनी चाहिए.–आईएएनएस
Disclaimer: प्रियपाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.