Uttar Pradesh

माघ पूर्णिमा पर नहीं आ सके काशी तो News18 पर घर बैठे देखिए ‘विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती’ – News18 हिंदी



वाराणसी. बनारस की गंगा आरती विश्व प्रसिद्ध है. माघ पूर्णिमा (Magh Purnima 2023) के पर्व पर गंगा स्नान (Ganga Snan) के बाद हर कोई बनारस के विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का दीदार करना चाहता है. यदि आप इस माघ पूर्णिमा पर काशी नहीं आ पाए, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. News 18 लोकल पर आप घर बैठे ही माघ पूर्णिमा पर विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती (Ganga Aarti) का लाइव दीदार कर सकतें है.बता दें कि मां गंगा के पूजन के बाद शंखनाद और डमरू की आवाज के बीच मां गंगा के भजन के साथ वाराणसी के दशाश्वमेध, राजेन्द्र प्रसाद, अस्सी घाट सहित एक दर्जन से ज्यादा घाटों पर नित्य संघ्या गंगा आरती होती हैं. गंगा आरती में हर दिन हजारों देश-विदेश के पर्यटक शामिल होते हैं. जबकि विशेष आयोजनों पर ये भीड़ दोगुनी हो जाती है.सात चीजों से होती है गंगा आरतीअस्सी घाट पर नित्य गंगा आरती कराने वाले जय मां गंगा सेवा समिति के बलराम मिश्रा ने बताया कि सात चीजों से मां गंगा की आरती होती है. इसमें अगरबत्ती, धूप, धूनी, दीपक, कपूर, चंवर और मोरपंखी शामिल हैं. इन सात चीजों से हर दिन करीब 40 से 45 मिनट तक मां गंगा की आरती की जाती है.मनमोहक होती है छटामां गंगा की आरती की मनमोहक छटा को देखकर हर कोई इसकी भक्ति में डूब जाता है. इस अद्भुत आरती की एक झलक के लिए दुनियाभर से लोग यहां आते हैं. बॉलीवुड के अभिनेता ही नहीं बल्कि राजनेता और नामचीन उद्योगपति इस अद्भुत आरती को देख चुके हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : February 05, 2023, 21:50 IST



Source link

You Missed

authorimg
Uttar PradeshOct 19, 2025

लखनऊ समाचार: पति-पत्नी के झगड़े की शिकायत पर घर पहुंची थी पुलिस, खुला ऐसा राज, फटी की फटी रह गई आंखें

लखनऊ: ठाकुरगंज में पति-पत्नी के झगड़े की शिकायत पर पुलिस ने घर पहुंचकर एक बड़ा खुलासा किया है।…

Pakistan's Punjab farm fires worsen regional air, account for 35% of all detected cases
Top StoriesOct 19, 2025

पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में किसानों द्वारा आगजनी के कारण क्षेत्रीय वायुमंडल में वृद्धि हुई है, और यह सभी पाये गए मामलों का 35% है

पंजाब की हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए केवल किसान ही जिम्मेदार नहीं हैं। पंजाब के दोनों…

Scroll to Top