Health

Lungs can be damaged in these 5 ways even without smoking cigarettes | सिगरेट का कश नहीं लगाते, तो न रहें बेखौफ, इन लापरवाही भी से भी बर्बाद हो सकते हैं फेफड़े



Lungs Health: जब भी फेफड़ों की सेहत की बात आती है, तो सबसे पहले दिमाग में सिगरेट और तंबाकू का ख्याल मन में आता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना सिगरेट पिए भी आपके लंग्स को गंभीर नुकसान हो सकता है? कई ऐसी आदतें और वातावरणीय कारक हैं, जो धीरे-धीरे आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, और आपको पता भी नहीं चलता. आइए जानते हैं ऐसे 5 बड़े कारण, जिनसे सिगरेट न पीने वालों के लंग्स भी कमजोर हो सकते हैं.
1. एयर पॉल्यूशनशहरों में बढ़ता धुआं, गाड़ियों का धुआं, फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकल्स और धूल, ये सभी आपके फेफड़ों के लिए खतरनाक हैं. लंबे वक्त तक खराब हवा में सांस लेने से क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और यहां तक कि लंग कैंसर भी हो सकता है.
2. इनडोर स्मोकघर के अंदर अगरबत्ती, धूपबत्ती, मोमबत्ती या खाना पकाने से निकलने वाला धुआं भी लंग्स को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकता है. ये खासतौर पर उन लोगों के लिए खतरनाक होता है जो बंद कमरों में ज्यादा वक्त बिताते हैं.
3. पैसिव स्मोकिंगआप खुद सिगरेट न पीते हों, लेकिन अगर आपके आसपास कोई और स्मोक करता है, तो उसका धुआं आपके फेफड़ों तक पहुंचता है. इसे पैसिव स्मोकिंग कहते हैं और ये बच्चों, बुजुर्गों और प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए बेहद खतरनाक होता है.
4. धूल और केमिकल्स के कॉन्टैक्ट में आनाअगर आप कंस्ट्रक्शन एरिया, कारखाने या ऐसी जगह पर काम करते हैं जहां धूल, एस्बेस्टस या केमिकल्स का सामना होता है, तो ये आपके लंग्स को सीरियस तरीके से अफेक्ट कर सकता है. इससे सिलिकोसिस, फाइब्रोसिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं.
5. सांस से जुड़ी बार-बार की बीमारियांअगर आपको बार-बार जुकाम, खांसी या ब्रोंकाइटिस होता है, और आप उसका सही इलाज नहीं करवाते, तो इससे आपके फेफड़े कमजोर हो सकते हैं. बार-बार की सूजन फेफड़ों की क्षमता को कम कर सकती है.
इन बातों को समझेंफेफड़ों की सेहत सिर्फ सिगरेट से ही नहीं, बल्कि लाइफस्टाइल और एनवायरनमेंट से भी जुड़ी होती है. साफ हवा में सांस लेना, रेगुलर एक्सरसाइज और पॉल्यशन से बचाव आपके लंग्स को हेल्दी बनाए रख सकता है. जागरूक रहें और अपने फेफड़ों की हिफाजत करें, क्योंकि यही आपकी लंबी और हेल्दी लाइफ का मंत्र हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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