दिल्ली ब्लास्ट पर अखिलेश यादव ने केंद्र व राज्य सरकार की आलोचना की, इंटेलिजेंस फेलियर की जिम्मेदारी तय करने की मांग की. उन्होंने योगी आदित्यनाथ की ‘कम्युनल स्पीच’ को कुर्सी बचाने की चाल बताया और स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था पर भी सवाल उठाए.
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोटक धमाके पर केंद्र व राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए इंटेलिजेंस फेलियर की जिम्मेदारी तय करने की मांग की. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री पर भरोसा है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी, लेकिन बार-बार हो रही नाकामी पर सवाल उठाए.
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा प्रहार करते हुए उनकी ‘कम्युनल स्पीच’ को कुर्सी बचाने की चाल बताया. साथ ही, स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था, गोरखपुर में बिना एनेस्थीसिया ऑपरेशन जैसी घटनाओं और ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ जैसी योजनाओं पर व्यंग्य कसा. अखिलेश ने आरोप लगाया कि ये सरकार नई पीढ़ी की सोच को नजरअंदाज करने वाली है।
अखिलेश ने कहा, “ब्लास्ट पर सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी, प्रधानमंत्री जी पर भरोसा है. मगर इंटेलिजेंस क्यों फेलियर हुआ? किसकी जिम्मेदारी है, ये तय होना चाहिए.” अखिलेश ने व्यंग्य भरे लहजे में कहा कि राजधानी में, जहां स्वतंत्रता दिवस पर पीएम भाषण देते हैं, वहां ऐसी घटना होना खुफिया तंत्र की कमजोरी दर्शाता है. उन्होंने मांग की कि ऐसी नाकामियों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो.
अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हालिया बयानों को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, “हमारे मुख्यमंत्री जी बहुत कम्युनल स्पीच देने लगे हैं. जब उन्हें कुर्सी छिनने का डर लगता है, तो वो कम्युनल स्पीच देने लगते हैं. उन्हें पता ही नहीं है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है. ये सिंपल है, पर उन्हें कुछ होश ही नहीं है.” अखिलेश ने गोरखपुर को ‘गोरख धंधा’ का गढ़ बताया, जहां स्वास्थ्य विभाग की हालत बदतर है. उन्होंने हालिया घटना का जिक्र करते हुए कहा, “गोरखपुर में सब गोरख धंधा चल रहा है. ऐम्स में बिना एनेस्थीसिया के हड्डी का ऑपरेशन कर दिया. स्वस्थ विभाग की हालत खराब है. उस मरीज पर क्या गुजरी होगी, जिसको बिना एनेस्थीसिया दिए ऑपरेट कर दिया.”
अखिलेश ने राज्य सरकार की आर्थिक नीतियों पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा, “ऑरेंज इकॉनमी नहीं जानते हैं, बस ऑरेंज कपड़े पहन लेते हैं. यूथ अफेयर में जीरो, सरकार जीरो पॉवर्टी जीरो. ये SIR इसलिए करवा रहे हैं ताकि युवाओं को रोजगार न देने पड़े. लोग कम हो जाएंगे तो रोजगार नहीं देना पड़ेगा.” अखिलेश ने बेरोजगारी और गरीबी उन्मूलन योजनाओं को नाकाम बताते हुए कहा कि सरकार युवाओं को भटकाने में लगी है.

