लखनऊ में फर्जी रेंट एग्रीमेंट से विदेशी महिलाओं को बसाने वाले वकील पर FIR
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में वीजा नियमों का उल्लंघन कर रह रही थाईलैंड और उज़्बेकिस्तान की महिलाओं के लिए फर्जी रेंट एग्रीमेंट तैयार करने के आरोप में नोटरी वकील सत्य प्रकाश श्रीवास्तव के खिलाफ गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. यह कार्रवाई फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफीसर (एफआरआरओ) हर्ष सिंह की शिकायत पर की गई, जिसमें श्रीवास्तव और उनके अज्ञात सहयोगियों को आरोपी बनाया गया है.
जांच में पता चला कि सत्य प्रकाश श्रीवास्तव ने थाईलैंड और उज़्बेकिस्तान की उन महिलाओं के लिए फर्जी रेंट एग्रीमेंट तैयार किए, जो लखनऊ में अवैध रूप से रह रही थीं. थाईलैंड की कुछ महिलाएं बिजनेस वीजा पर भारत आई थीं, लेकिन वे शहर के स्पा सेंटरों में काम कर रही थीं, जो उनके वीजा नियमों का उल्लंघन है. दूसरी ओर, उज़्बेकिस्तान की एक महिला के खिलाफ इंटरपोल द्वारा लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था, क्योंकि वह कथित तौर पर देह व्यापार से जुड़ी थी.
नोटरी रजिस्ट्रेशन में भी फर्जीवाड़ा पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि सत्य प्रकाश श्रीवास्तव ने अपने नोटरी रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ भी छेड़छाड़ की थी. उनके द्वारा तैयार किए गए रेंट एग्रीमेंट में कई अनियमितताएं पाई गईं, जिसके आधार पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई. श्रीवास्तव लखनऊ कलेक्ट्रेट में प्रैक्टिस करने वाले एक नोटरी वकील हैं, और उनके इस कृत्य ने नोटरी प्रणाली की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए हैं।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई एफआरआरओ हर्ष सिंह ने गोमती नगर पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में बताया कि यह मामला तब सामने आया, जब विदेशी महिलाओं के अवैध रूप से रहने की सूचना मिली. जांच के दौरान यह पाया गया कि इन महिलाओं के पास वैध दस्तावेजों के बजाय फर्जी रेंट एग्रीमेंट थे, जो सत्य प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा तैयार किए गए थे. पुलिस ने श्रीवास्तव के साथ-साथ उनके अज्ञात सहयोगियों को भी इस मामले में शामिल माना है और उनकी तलाश शुरू कर दी है।
आगे की जांच जारी गोमती नगर पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल है. साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि क्या श्रीवास्तव ने अन्य अवैध गतिविधियों के लिए भी फर्जी दस्तावेज तैयार किए हैं. उज़्बेकिस्तान की उस महिला के खिलाफ इंटरपोल के लुकआउट सर्कुलर को ध्यान में रखते हुए, पुलिस इस मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देख रही है।
इस मामले में आगे की जांच जारी है, और पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि क्या श्रीवास्तव ने अन्य विदेशी महिलाओं के लिए भी फर्जी रेंट एग्रीमेंट तैयार किए हैं. यह मामला न केवल वीजा नियमों के उल्लंघन का है, बल्कि यह एक बड़ा मामला है जिसमें नोटरी प्रणाली की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए गए हैं।