लखनऊ में बहुजन निर्बल वर्ग सहकारी गृह निर्माण समिति में जमीन घोटाले का मामला सामने आया है. इस मामले में आरोप है कि अपात्र लोगों को जमीन बैनामा कर करोड़ों रुपये हड़प लिए गए. समिति के वर्तमान पदाधिकारियों ने पूर्व पदाधिकारियों के खिलाफ याचिका दाखिल की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि पूर्व पदाधिकारी प्रवीण सिंह बाफिला और लाखन सिंह बलियानी ने अपने कार्यकाल के समाप्त होने के बाद भी अपात्र लोगों को जमीनें बैनामा कर धन हड़प लिया है.
कोर्ट ने इस मामले में सुस्त जांच पर नाराजगी जताई है और मामले की त्वरित जांच के लिए यूपी विजिलेंस विभाग को जिम्मेदारी सौंपी है. कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि समिति का गठन एससी और एसटी वर्ग के लोगों को मकान उपलब्ध कराने के लिए किया गया था, लेकिन इसके बजाय यह जमीन अपात्रों को देकर उसका पैसा हड़प लिया गया है.
कोर्ट ने यह भी कहा है कि इस धन की वापसी के लिए अब तक कोई विशेष कार्रवाई नहीं की गई है. अब यूपी विजिलेंस विभाग इस मामले की जांच करेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा. यह जांच इस बात की पुष्टि करेगी कि क्या वास्तव में अपात्र लोगों को जमीन बैनामा कर धन हड़प लिया गया है और यदि हां, तो धन की वापसी के लिए क्या कार्रवाई की जा सकती है.