Last Updated:February 21, 2025, 10:14 ISTLucknow AI City : लखनऊ में AI स्टार्टअप और बड़ी कंपनियों के लिए अच्छा माहौल बनाकर AI सिटी को विकसित किया जा सकता है. इसमें हाई-स्पीड इंटरनेट, क्लाउड कंप्यूटिंग केंद्र और AI परीक्षण प्रयोगशालाएं भी हो सकती हैं. …और पढ़ेंलखनऊ: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) शहर बनाने के लिए यूपी बजट में 5 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की ओर से पेश किए गए यूपी बजट 2025 में वैसे तो कई घोषणाएं की गई हैं, लेकिन एक ऐलान है जो सबका ध्यान अपनी खींच रहा है.. वजह है इसके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े होने की. राजधानी लखनऊ को न केवल प्रदेश बल्कि देश की पहली एआई सिटी (AI City) बनाने के लिए बजट में विशेष तौर पर 5 करोड़ रुपये दिए गए हैं. एआई सिटी के तौर पर लखनऊ को तैयार किए जाने के लिए क्या-क्या किया जाएगा, इसका प्रारुप क्या होगा? यह हर कोई जानना चाहता है. मूल तौर पर कहा जाए तो यह इंटेलिजेंस आर्टिफिशिल सिटी कैसी होगी, आइये इस बारे में जानते हैं…
दरअसल, यूपी बजट 2025 में लखनऊ को देश का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) शहर बनाने के लिए 5 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
TOI की रिपेार्ट में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि, “AI इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए जरूरी सुविधाओं और जगह की पहचान की गई है. सरकार यूपी में निवेश को और जाना लाना चाहती है, इसके लिए IT क्षेत्र को बढ़ावा देना ज़रूरी है. इसी के मद्देनजर AI सिटी का ऐलान किया गया है.”
पूर्व आईपीएस अधिकारी और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ त्रिवेणी सिंह के अनुसार, AI सिटी एक ऐसा शहरी क्षेत्र होगा, जिसमें मशीन लर्निंग, बिग डेटा, IoT और ऑटोमेशन का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके जरिये बेहतर ट्रैफिक, हेल्थ सर्विस, वेस्ट मैनेजमेंट और ऊर्जा बचत के लिए ढांचे, प्रशासन, सुरक्षा और सार्वजनिक सेवाओं को सुधारा और अत्याधुनिक बनाया जाएगा. यह पूरी तरह से AI बेस्ड होगा.
लखनऊ में AI स्टार्टअप और बड़ी कंपनियों के लिए अच्छा माहौल बनाकर AI सिटी को विकसित किया जा सकता है.
इसमें टैक्स छूट और इनोवेशन सेंटर्स के साथ AI से संबंधित आर्थिक क्षेत्र बनाना शामिल है. साथ ही योगी सरकार बिजनेस को आकर्षित करने के लिए सब्सिडी, कर छूट और AI के लिए अनुकूल नीतियों ला सकती है.
शहर के बुनियादी ढांचे को भविष्य के लिहाज से बनाने के लिए हाई-स्पीड इंटरनेट, क्लाउड कंप्यूटिंग केंद्र और AI परीक्षण प्रयोगशालाएं भी हो सकती हैं.
AI से संबंधित विश्वविद्यालय और प्रशिक्षण केंद्र अच्छे पेशेवर तैयार करने में मदद कर सकते हैं. विकास को और बढ़ावा देने के लिए AI सम्मेलन आयोजित किए जा सकते हैं.
AI सिटी में सार्वजनिक-निजी साझेदारी बन सकती है, जिसमें सार्वजनिक सेवाओं में AI का इस्तेमाल किया जा सकता है.
सिंह बताते हैं कि AI विकास को और बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने “भारत AI मिशन” के लिए 10,000 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. 2024 की शुरुआत में देश में करीब 240 जनरेटिव AI स्टार्टअप का जन्म हुआ, जिससे देश को AI नवाचार में वैश्विक स्तर पर छठा स्थान मिला.
Location :Lucknow,Lucknow,Uttar PradeshFirst Published :February 21, 2025, 10:14 ISThomeuttar-pradeshलखनऊ: कैसा होगा देश का पहला AI शहर? ट्रैफिक-हेल्थ सर्विस, इंटरनेट ऐसे चलेगा