Last Updated:December 16, 2025, 22:26 ISTSheesham tree benefits : शीशम का पेड़ अपनी लकड़ियों के लिए मशहूर रहा है. इसकी लकड़ी अपनी मजबूती के लिए जानी जाती है. लेकिन कम ही लोगों को पता होगा कि शीशम हमारी सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है. इसमें बहुत सारे पोषक तत्त्व हैं, जिनके इस्तेमाल से शरीर को गंभीर रोगों से दूर रखा जा सकता है. अपनी उच्च औषधीय गुणवत्ता की वजह से शीशम का उपयोग कई आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने में भी किया जाता रहा है. शीशम की छाल, पत्तियां और जड़ औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं. इसमें मौजूद औषधीय तत्व शरीर की कई समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं. अपनीृ उच्च औषधीय गुणवत्ता के कारण शीशम का उपयोग अनेक आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में किया जाता है. जिला अस्पताल बाराबंकी के चिकित्सक डॉ. अमित वर्मा (एमडी मेडिसिन) लोकल 18 से बताते हैं कि शीशम एक औषधीय पेड़ है. इसकी पत्तियां, छाल और जड़ का सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. इनमें आयरन, एंटीऑक्सीडेंट, टैनिन, फ्लेवोनोइड्स, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और अमीनो एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. बुखार किसी भी तरह का हो, सभी में शीशम का प्रयोग लाभ पहुंचाता है. शीशम के पतों का रस 20 ग्राम, पानी 320 मिली और दूध 160 मिली ले लें. इनको मिलाकर दूध में पकाएं. जब दूध थोड़ा रह जाए तो दिन में 3 बार पिएं. इससे बुखार ठीक हो जाता है. Add News18 as Preferred Source on Google अगर आंखों में लालिमा हो, लंबे समय से आंखें दुखती हों या हमेशा दर्द बना रहता हो, तो ताजी और साफ शीशम की पत्तियों को अच्छी तरह पीसकर आंखों के ऊपर लगाया जा सकता है. इनका लेप करने से तुरंत राहत मिलती है और कुछ दिनों तक लगातार प्रयोग करने से समस्या कम हो जाती है. अगर आप किसी त्वचा संबंधी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो शीशम के पत्तों का उपयोग करना फायदेमंद हो सकता है. आप शीशम के पत्तों का पेस्ट त्वचा के प्रभावित स्थान पर लगा सकते हैं. इसके लिए शीशम के पत्ते लें. इन्हें बारीक पीस लें और फिर प्रभावित स्थान पर लगाएं. 10-15 मिनट बाद त्वचा को पानी से साफ कर लें. इससे त्वचा के फोड़े-फुंसियां और मुंहासे दूर होंगे. त्वचा की रंगत में भी सुधार आता है. अगर आपको पेट में जलन है, तो भी आप शीशम के पत्तों का काढ़ा या पानी पी सकते हैं. इन पत्तों का रस पीना भी पेट के लिए बेहद फायदेमंद है. इसके लिए आप 10-15 शीशम के पत्ते लें. इनका रस निकाल लें और फिर इसका सेवन करें. इससे पेट की जलन में काफी आराम मिलेगा. ब्लड शुगर नियंत्रित करने के लिए शीशम के एक से दो पत्तों का सेवन करें. रोज इसके प्रयोग से डायबिटीज कंट्रोल रहती है. ये पत्तियां इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने में मददगार मानी जाती हैं.न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।First Published :December 16, 2025, 22:26 ISThomelifestyleलकड़ी से ज्यादा ताकतवार हैं शीशम की पत्तियां, काजू-बादम भी इसके आगे फीके
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