Leave spoon and start eating with your hands know 5 amazing benefits of eating food with hand | चम्मच छोड़ो, हाथों से खाओ! जानिए क्यों विदेशों में भी बढ़ रहा है इस देसी स्टाइल का क्रेज

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Leave spoon and start eating with your hands know 5 amazing benefits of eating food with hand | चम्मच छोड़ो, हाथों से खाओ! जानिए क्यों विदेशों में भी बढ़ रहा है इस देसी स्टाइल का क्रेज



आजकल के मॉडर्न दौर में जहां लोग चम्मच-फोर्क से खाने को स्टाइल और साफ-सफाई का प्रतीक मानते हैं, वहीं हमारे दादी-नानी के जमाने की हाथों से खाना खाने की आदत धीरे-धीरे गायब होती जा रही है. हाथों से खाना सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि एक साइंटिफिक और आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से लाभकारी है. लेकिन इसके बावजूद भारत समेत पूरी पूरी दुनिया में बीते कुछ दशकों में चम्मच से खाने के ट्रेंड बढ़ा है. तो क्या चम्मच से खाना फैशन है या आपकी सेहत के लिए बेहतर है? क्या हाथ से खाने से आपकी छवि खराब होती है, क्या लोग पिछड़ा हुआ मानते हैं और चम्मच से खाना मॉडर्न कहलाता है? आज हम इन्ही सवालों के जवाब पता करेंगे.
सनातन संस्कृति के मुताबिक हमारा शरीर पांच तत्वों से बना हुआ है और ऊंगलियां अलग-अलग तत्व की पहचान है. अंगूठा अग्नि से जुड़ा है, जबकि तर्जनी वायु से जुड़ी है. इसी तरह से मध्यमा अंगुली की पहचान आकाश और अनामिका ऊंगली पृथ्वी से जुड़ी है जबकि छोटी उंगली जल से जुड़ती है. जब आप इन पांचों प्वाइंट्स को मिलाकर खाना खाते हैं तो इसका हमारे शरीर के अलग-अलग अंगों पर असर होता है.
हाथ से खाना खाने के फायदेअलग-अलग अध्ययनों से पता चला है कि हाथ से खाना खाने से हमें कई फायदे होते हैं. आइए जानते हैं क्या?
1. मजबूत पाचन-तंत्रहमारा पाचन-तंत्र बेहतर होता है और खाना जल्दी पचता है. आयुर्वेद के अनुसार, जब आप अपने मुंह में भोजन डालते हैं तो आप अपनी अंगुलियों को योग मुद्रा के रूप में घुमाते हैं जिससे खाना तेजी से पचता है.
2. ब्लड सर्कुलेशनआप जैसे-जैसे अपना हाथ चलाते हैं वैसे-वैसे शरीर की तमाम चीजें बदलती हैं. इससे आपके शरीर का ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है.
3. ठंडा गर्म की पहचानजब आप खाना खाते हैं, तो आपकी उंगलियों के प्वाइंट्स भोजन के तापमान को महसूस करते हैं और आप ये अंदाजा लगा पाते हैं खाना कितना गरम या ठंडा है. उसके मुताबिक दिमाग काम करता है.
4. डाइजेशन में आसानीहाथ से खाने के दौरान हमने कितना खाना है, क्या खाना है, किस स्पीड से खाना है ये भी समझ पाते हैं, जो डाइजेशन को आसान बनाता है.
5. ज्यादा खाना खाने से बचनाहाथ से भोजन करने से खाने की मात्रा निर्धारित रहती है, जिससे ज्यादा भोजन करने की आवश्यकता कम हो जाती है.
शास्त्रों में क्या लिखा?हाथ से खाना खाने के पीछे हमारा सांस्कृतिक जुड़ाव भी है. शास्त्रों में लिखा अन्न ब्रह्मा हैं, रस विष्णु हैं और भोक्ता महेश्वर हैं. हाथ से खाना खाकर हम भोजन के प्रति अपनी ओर से सम्मान जाहिर करते हैं और हमारे शास्त्र अन्न ग्रहण से जुड़े कई श्लोक हैं
चम्मच से खाने की शुरुआत कब हुईअब आपको बताते हैं कि चम्मच से खाने की शुरुआत कब से शुरु है. आज से 3000 हजार साल पहले प्राचीन मिस्र में हैंडल वाले चम्मचों का इस्तेमाल शुरू हुआ था. पहले पत्थर और फिर लकड़ी के चम्मच बनाए जाते थे. धातुओं के चम्मच काफी बाद में प्रचलित हुए. ग्रीक और रोमन साम्राज्यों के दौरान, चम्मचों को अक्सर कांस्य और चांदी में बनाया जाता था और अमीर लोग ही ज्यादातर इसका इस्तेमाल करते थे. अंग्रेजी इतिहास के अनुसार, चम्मच का सबसे पहला उल्लेख 1259 में एडवर्ड आई के आलमारी में मिलता है. संस्कृत ग्रंथों और आयुर्वेदिक ग्रंथों में कुशपात्र, चरु, सर्वणि जैसे शब्दों का प्रयोग हुआ है, जो चम्मच जैसी वस्तुओं की ओर संकेत करते हैं.
12 हजार करोड़ से ज्यादा का चम्मच का बाजारदरअसल पश्चिमी देशों में ज्यादा ठंड की वजह से हमेशा दस्ताने पहनने का कल्चर रहा है साथ ही खाने ज्यादा नॉनवेज का इस्तेमाल होता रहा है. इसीलिए कांटे, छुरी और चम्मच का इस्तेमाल ज्यादा होता है. आज पूरी दुनिया में चम्मच का बाजार 12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का है और 2030 तक बढ़कर 18 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाएगा. दुनिया में कटलरी उद्योग लगभग 1.5 लाख करोड़ का है.
तो कैसे खाएंगे आप?हाथ से खाना या चम्मच से खाना आपकी पसंद या नापसंद का मामला है. लेकिन चम्मच से खाने से आप मॉडर्न कहलाएंगे और हाथ से खाने से पिछड़े हुए ऐसा बिलकुल नहीं है. अगर आप हाथ से खाते है तो खाने से पहले हाथ को जरूर अच्छे से साफ करें. वैसे आप भी मानेंगे कि हाथ से खाने से हमें आत्म संतुष्टि का भाव मिलता है. आपको कैसे खाना पसंद है और आपको किस तरीके से खाने से आत्मसंतुष्टि मिलती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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