शयमकुन महंता और सिद्धार्थ सरमा के खिलाफ दर्ज कई एफआईआर के बाद असम पुलिस की सीआईडी गार्ग की मौत की जांच करेगी। महंता फेस्टिवल के मुख्य आयोजक थे, जबकि सिद्धार्थ गार्ग के मैनेजर हैं।
गार्ग के प्रशंसकों ने उनके लिए श्रद्धांजलि देने के लिए पूरे राज्य में शोभायात्राएं आयोजित कीं। गुवाहाटी में ही कई प्रशंसकों ने गार्ग के पोस्टर को उठाकर हवा में लहराते हुए और उनके लोकप्रिय गीत गाते हुए रात बिताई। गार्ग के प्रशंसकों ने हवाई अड्डे पर भी रात गुजारी।
गार्ग की पत्नी गरिमा ने उनके प्रशंसकों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “यदि वह आज जीवित होते तो उन्हें आपके प्रति दिखाए जा रहे प्यार से उनकी आंखें निकल जाएंगी। क्योंकि वह अब शब्दों में अपने आप को व्यक्त नहीं कर सकते हैं, मैं उनके नाम पर आपका धन्यवाद करना चाहती हूं।”
गरिमा ने आगे कहा, “उनकी उपलब्धियों के कारण ही आपको इतना प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है। उनके और उनकी रचनाओं का जीवन बना रहेगा।”
गार्ग के प्रशंसकों ने उनके लिए श्रद्धांजलि देने के लिए गुवाहाटी के स्टेडियम में जमा हो गए। उनके शरीर को एक ग्लास केसेट में रखा गया था, जिसे एक पारंपरिक असमिया गामोसा से ढका गया था। गार्ग के प्रशंसकों ने सुबह से ही स्टेडियम के बाहर जमा हो गए। गार्ग के शरीर को शनिवार रात को नई दिल्ली में प्राप्त किया गया था और उन्होंने एक फूलों की गार्ली उनके कॉफिन पर रखी।
गार्ग के शरीर को रविवार सुबह विशेष विमान से गुवाहाटी लाया गया।