Last Updated:August 23, 2025, 12:11 ISTLakhimpur News : लखीमपुर खीरी में शारदा नदी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। तेज कटान से ग्रंट नंबर 12 का अस्तित्व खतरे में है और अब तक 13 मकान नदी में समा चुके हैं. हालात से परेशान ग्रामीण पलायन को मजबूर है…और पढ़ेंलखीमपुर : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के निघासन तहसील क्षेत्र के ग्रंट नंबर 12 गांव का अस्तित्व अब समाप्त होता जा रहा है. गौरतलब है कि शारदा नदी की तबाही के कारण करीब 13 मकान नदी में समा चुके हैं .गांव में बना प्राचीन मंदिर भी नदी में समा चुका है, जिससे लोग पलायन करने को मजबूर हो गए हैं .शारदा नदी का कटान लगातार जारी है, लेकिन प्रशासन की ओर से इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
गांव के निवासी जसपाल यादव ने बताया कि शारदा नदी का कटान तेजी से हो रहा है. हम पड़ोसी की मदद करने गए थे, जब हम घर वापस लौटे तो देखा कि हमारा मकान नदी में समा गया है. मेहनत मजदूरी कर हमने अपना मकान बनाया था, जो चंद सेकेंड में नदी में समा गया. अब हमारा परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. गांव के लोग अपने आशियाने नष्ट कर रहे हैं और पलायन करने को मजबूर हो गए हैं.
इन लोगों के मकान बहे
गांव की महिलाओं का आरोप मिली जानकारी के अनुसार, सुमन देवी पत्नी कमलेश और राजाराम का मकान उनकी आंखों के सामने नदी में समा गया. इससे पहले सीमा देवी और कामता का आशियाना बह गया था. वंदना देवी और कामिनी देवी के मकान भी लहरों में समा चुके हैं. सुमन देवी, राजकुमारी, राम सिंह, संतोष, कमला देवी, कमलू और विजय कुमार के मकान भी नदी की धारा में समा चुके हैं. लगातार कटान करते हुए शारदा नदी गांव के नजदीक पहुंच रही है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है .लोग अपना आशियाना छोड़कर पलायन करने लगे हैं.
कटान रोकने में नहीं मिली सफलतास्थानीय लोगों ने बताया कि सिंचाई विभाग की ओर से कटान रोकने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल रही है. शारदा की लहरें पलक झपकते ही खेत और घर दोनों को निगल रही हैं. दिन-रात डर का साया मंडरा रहा है और गांव वालों की बेचैनी हर गुजरते पल के साथ बढ़ती जा रही है.
सरकार से मिलेगी इतनी मददएसडीएम निघासन राजीव निगम ने जानकारी दी कि सिंचाई विभाग द्वारा गांव को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. सिंचाई विभाग द्वारा सैंड बैग लगाए जा रहे हैं. गांव में करीब 400 घर हैं और 1800 लोगों की आबादी है. शारदा नदी से प्रभावित प्रत्येक पीड़ित को दैवीय आपदा से 1.20 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी. ग्रामीणों से सतर्क रहने और आपात स्थिति की जानकारी देने की अपील की गई है.न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Lakhimpur,Kheri,Uttar PradeshFirst Published :August 23, 2025, 12:11 ISThomeuttar-pradeshशारदा नदी की कटान से मिट रहा गांव का नामोनिशान… देखते-देखते बह गए 13 घर!