लखीमपुर: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर से एक दिल तोड़ देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक महिला को सिर्फ इसलिए तलाक दे दिया गया, क्योंकि उसने तीसरी बार भी बेटी को जन्म दिया. ये मामला लखीमपुर जिले के तिकुनिया थाना क्षेत्र का है. यहां खमरिया गांव की रहने वाली आयशा बानो के साथ उसके पति ने न केवल मारपीट की, बल्कि तीन तलाक देकर घर से भी निकाल दिया.
आयशा की मां जाहिरा बानो ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी छह साल पहले सफी अहमद नाम के युवक से की थी. शादी में उन्होंने अपनी हैसियत से बढ़कर दान-दहेज दिया था, जिसमें एक बाइक भी शामिल थी. शुरुआत में सबकुछ ठीक चला. आयशा ने पहली बेटी को जन्म दिया, तो परिवार में कुछ नाराज़गी हुई लेकिन मामला शांत रहा. फिर दो साल बाद दूसरी बेटी हुई, और अब तीन महीने पहले जब तीसरी बेटी पैदा हुई, तो आयशा के पति सफी अहमद ने नाराज़ होकर हद ही पार कर दी.
बेटी होने के बाद पति का बदल गया रवैयाआयशा ने बताया कि बेटी होने के बाद उसके पति का रवैया बदल गया. रोज झगड़ा होने लगा, मारपीट बढ़ गई और फिर एक दिन सफी ने उसे तीन बार ‘तलाक’ बोलकर घर से निकाल दिया. आयशा का कहना है कि वह अपनी तीनों बेटियों को लेकर अब अपनी मां के घर में रह रही है. उसका कोई सहारा नहीं है, ना कोई आमदनी का स्रोत.
आयशा की मां मेहनत मजदूरी करके जैसे-तैसे अपना और अब बेटी व नातिनों का पेट पाल रही हैं. उनका कहना है कि बेटी की शादी के लिए उन्होंने अपने जेवर तक बेच दिए थे, लेकिन बदले में उनकी बेटी को ऐसा बर्ताव झेलना पड़ा, जिससे परिवार टूट गया है.
थाने में दर्ज कराई शिकायतआयशा ने थाने में शिकायत दी है. तिकुनिया कोतवाली और महिला थाने में उसने अपनी पूरी कहानी बताई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वह चाहती है कि उसे इंसाफ मिले, ताकि बेटियों के साथ सुकून से जी सके.
क्या कहता है कानून?सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को गैरकानूनी करार दिया है. ऐसे में अगर कोई पति अपनी पत्नी को तीन बार ‘तलाक’ बोलकर छोड़ता है, तो वो अपराध की श्रेणी में आता है. उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है. लेकिन अफसोस की बात है कि ऐसे मामले अब भी सामने आ रहे हैं और कार्रवाई में लापरवाही बरती जा रही है.
आयशा ने की अपीलआयशा ने प्रशासन और पुलिस से गुहार लगाई है कि उसकी शिकायत पर ध्यान दिया जाए. उसने कहा, “मैं तीन बेटियों के साथ अकेली रह गई हूं. न पैसा है, न सहारा. मेरे पति ने मुझे सिर्फ बेटी होने से छोड़ दिया.