Last Updated:June 24, 2025, 20:08 ISTFertilizer Stock in UP: यूपी में खाद की कोई कमी नहीं है, फिर भी कुछ जगहों पर जमाखोरी और ऊंचे दाम पर खाद बेचने की शिकायतें सामने आई हैं. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने खुद छापेमारी कर धांधली पकड़ी. कई दुकानों …और पढ़ेंउत्तर प्रदेश में खाद के पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है.हाइलाइट्सकृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा यूपी में खाद की कोई कमी नहीं है.कृषि मंत्री ने कालाबाजारी और ऊंचे दाम पर खाद बेचने वालों पर कार्रवाई की.इसके साथ ही नेपाल बॉर्डर पर खाद तस्करी रोकने के निर्देश दिए है.लखनऊ: उत्तर प्रदेश में खाद की कालाबाजारी और जमाखोरी के खिलाफ सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है. खुद प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले में बड़ी कार्रवाई की जानकारी दी. उन्होंने साफ कहा कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है, लेकिन कुछ जगहों पर कालाबाजारी और ऊंचे दाम पर खाद बेचने की शिकायतें मिली हैं, जिन पर सख्त कार्रवाई की जा रही है.कृषि मंत्री ने बताया कि इस समय प्रदेश में खाद का भरपूर स्टॉक मौजूद है. बताया कि यूपी में 15 लाख 71 हजार मीट्रिक टन यूरिया, 2 लाख 98 हजार मीट्रिक टन डीएपी, 3 लाख 2 हजार मीट्रिक टन एनपीके, 81 हजार मीट्रिक टन एमओपी और 3 लाख 22 हजार मीट्रिक टन एसएसपी खाद मौजूद है. कुल मिलाकर प्रदेश में 25 लाख 74 हजार मीट्रिक टन खाद की उपलब्धता है. ऐसे में किसानों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी.
कई जिलों में मिली धांधली कृषि मंत्री ने बताया कि 22 और 23 जून को उन्होंने खुद लखनऊ, सीतापुर, बलरामपुर, हरदोई समेत कई जिलों में छापेमारी की. इस दौरान कई जगहों पर खाद आपूर्ति में धांधली और जमाखोरी पकड़ी गई. उन्होंने बताया कि सीतापुर में गड़बड़ी पाए जाने पर वहां के जिला कृषि अधिकारी मंजीत कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है.
कई दुकानदारों पर भी कार्रवाई
कई जिलों में खाद दुकानदार ऊंचे दाम पर खाद बेच रहे थे. इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए उनके लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं. इनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. जो दुकानदार ताला बंद कर भाग गए थे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई हुई है. ऊंचे दाम पर खाद बेचने वाले दुकानदारों की दुकानें और गोदाम सील कर दिए गए हैं. साथ ही खाद की गुणवत्ता जांचने के लिए कई दुकानों से सैंपल भी लिए गए हैं.
कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि खाद से जुड़ी धांधली में शामिल थोक विक्रेताओं, रिटेलरों और खाद कंपनियों के खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी. जो अधिकारी इसमें लापरवाही या गड़बड़ी करते पाए जाएंगे, उन पर भी सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जिले के स्टॉक की सख्ती से जांच करें और उसकी पूरी तरह से सत्यापन कराएं. नेपाल बॉर्डर पर खाद की तस्करी को रोकने के लिए भी सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. कृषि मंत्री ने बताया कि तस्करी रोकने के लिए सीमावर्ती इलाकों पर खास निगरानी रखी जा रही है.
कई रिटेलर हटाए गए
कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 23 हजार नॉन-फंक्शनल खाद विक्रेताओं के नाम हटाए गए हैं. अब सिर्फ 84 हजार अधिकृत रिटेलर ही खाद बेच सकेंगे, जिससे कालाबाजारी पर अंकुश लगाया जा सके.
वहीं, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि हमें रासायनिक खाद के उपयोग को कम करना है. इसके लिए सरकार लगातार जागरूकता अभियान चला रही है, ताकि किसान जैविक खाद की ओर बढ़ें और खेत की उर्वरता और पर्यावरण दोनों को सुरक्षित रखा जा सके.Location :Lucknow,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshक्या यूपी में खाद की कमी हो गई है? कृषि मंत्री ने उठाया पर्दा, कहा….