अंडा हमारी सेहत के लिए एक बेहद फायदेमंद खाद्य पदार्थ है, लेकिन अंडे के किस हिस्से में प्रोटीन ज्यादा पाया जाता है, इसको लेकर लोगों में संशय बरकरार है. वरिष्ठ डाइटिशियन सुषमा सिंह बताती हैं कि अंडे के सफेद और पीले दोनों भाग में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. अंडा एक ऐसा सुपरफूड है जिसे पोषण का खजाना कहा जाता है, इसमें प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और जरूरी फैटी एसिड की भरपूर मात्रा होती है.
लेकिन जब बात आती है फिटनेस या वजन घटाने की, तो अक्सर यह सवाल उठता है कि अंडे का कौन सा हिस्सा ज्यादा फायदेमंद है – पीला भाग (यॉल्क) या सफेद भाग (व्हाइट) क्योंकि अंडे को प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है. अगर बात केवल प्रोटीन की मात्रा की करें, तो अंडे का सफेद हिस्सा इसमें आगे है. एक अंडे के सफेद भाग में लगभग 3.6 ग्राम प्रोटीन होता है जबकि पीले भाग में करीब 2.7 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. अंडे का लगभग 60% प्रोटीन सफेद हिस्से में होता है. यही कारण है कि जिम जाने वाले या बॉडी बिल्डिंग करने वाले लोग केवल एग व्हाइट खाते हैं ताकि उन्हें बिना ज्यादा फैट के प्रोटीन मिल सके.
हालांकि सफेद भाग में ज्यादा प्रोटीन है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि पीला भाग बेकार है. अंडे का पीला हिस्सा यानी यॉल्क असल में पोषण का पावरहाउस है. इसमें विटामिन A, D, E, K, आयरन, कैल्शियम, जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाते हैं. ये सभी तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता, हड्डियों और दिमाग के लिए बेहद जरूरी हैं.
अगर आप वजन घटाने, हाई प्रोटीन डाइट या जिम रूटीन फॉलो कर रहे हैं तो आप सिर्फ अंडे का सफेद भाग खा सकते हैं. लेकिन अगर आपका लक्ष्य समग्र पोषण है, तो पूरे अंडे (सफेद और पीला दोनों) का सेवन करना सबसे बेहतर रहेगा. अंडे के पीले भाग में मौजूद कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को लेकर पहले गलतफहमियां थीं, लेकिन अब रिसर्च बताती है कि सीमित मात्रा में पीला भाग खाना सेहत के लिए हानिकारक नहीं है.
अंडे का सफेद हिस्सा ज्यादा प्रोटीन देता है, लेकिन पीला भाग बाकी सभी जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर है. इसलिए अगर आपको किसी चिकित्सकीय कारण से कोलेस्ट्रॉल की समस्या नहीं है, तो दिन में एक या दो पूरे अंडे खाना सेहत के लिए सबसे अच्छा विकल्प है. याद रखें—अंडा तभी सुपरफूड कहलाएगा जब आप उसे संतुलित रूप में खाएंगे.