आयुष तिवारी/कानपुर. उत्तर प्रदेश में अगर भ्रष्टाचार की बात हो और कानपुर का नाम न आये ये तो हो ही नही सकता. कानपुर का विकास प्राधिकरण पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. इसका जीता जागता उदाहरण यहा के सरकारी अभिलेख खुद बया कर रहे हैं. प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों ने अपने कमाऊ पूत अनुभवविहीन ठेकेदार को अग्निशमन प्रबंधन का काम देकर सैकड़ो परिवार की जिंदगी को दांव पर लगा दिया है.

केडीए की परियोजना में अग्निकांड अगर होता है तो यहां पर आग के तांडव को रोकने के उपकरण ठीक हालात में नही है. साथ ही जो उपकरण लगे है उनमें न तो पानी आ रहा और न ही फायर सिलेंडर भरे हुए हैं. जो सिलेंडर भरे भी है तो उनकी वैधता समाप्त हो चुकी है. यहां पर अग्निशमन प्रबंधन का कार्य अनुभवविहीन ठेकेदार से मानकों के विपरीत कराया गया है.

फर्जी कागज़ात लगाकर ठेकेदार ने किया केडीए की योजना में कामकानपुर प्राधिकरण को भ्रष्टाचार का अड्डा कहा जाता है. ये हम नहीं यहा के सरकारी अभिलेख बया करते है. केडीए की रामगंगा इंक्लेव योजना में प्राधिकरण के ‘A’+ कैटेगिरी की ठेकेदार को पूर्व वीसी ने अपने चहेते अधिशासी अभियंता के कारखास को अग्निशमन प्रबंधन का कार्य दिया था. वो भी फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के जरिए. ठेकेदार ने टेंडर पास करवाकर बिना अनुभव के रामगंगा इंक्लेव में अग्निशमन प्रबंधन का कार्य करवा दिया और हजारों ज़िंदगी दांव पर लगा दी.

बता दे कि बीते कुछ दिन पूर्व हीकानपुर थोक कपड़ा बाजार में अग्निकांड हुआ था. जिसमें 5 टॉवर जलकर स्वाहा हो गए थे. इन टॉवरों के मानक को कोई भी विभागबता नही पाया है. 5 दिनों तक यहां पर आग ने अपना तांडव मचाया था. वही एक युवक की भी जिंदा जलकर मौत हो गई थी. इसके बावजूद केडीए प्रशासन अनुभवहीन ठेकेदार द्वारा कराए गए कार्य पर कार्रवाई वजह चुप्पी साधे हुए हैं.

निजी इस्तेमाल के लिए नहीं मिल पा रहा पानीवहीं फायर विभाग के मानकों की बात करे तो 12 मीटर ऊंचाई की इमारत में 5000 लीटर का पानी का टैंक और सभी ISI मार्का के उपकरण लगे होने चाहिए साथ ही समय समय पर रिफलिंग का कार्य करवाया जाना चाहिए लेकिन इस योजना में जो उपकरण लगे हुए है. उनमें किसी भी पाइप लाइन में पानी नही आ रहा,यहा पर लगी फॉयर उपकरण की टंकियां खाली पड़ी है. स्थानीयों का कहना है कि हम लोगो के निजी इस्तेमाल के लिए पानी नही मिल पाता है तो इन उपकरणों में कैसे पानी पहुचता होगा यह ऊपर वाला ही जाने.

सैकड़ों परिवार की जिंदगी लगी दाव परकेडीए के भ्रष्ट अधिकारियों के रहनुमापन से केडीए की योजना में रह रहे सैकड़ो परिवार अपने परिजनों की जिंदगी दाव पर लगाए हुए है, वह लगातार केडीए वीसी से जांच की बात करते है, लेकिन उसे विभाग के द्वारा अनदेखा कर दिया जा रहा है अब देखना होगा कि केडीए ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों और अनुभवहीन ठेकेदार पर क्या कार्रवाई करता है या फिर कमाउ पूत के चहेते होने के कारण उसे संरक्षण देकर सैकड़ों परिवारों की जिंदगी से खिलवाड़ खेला जाएगा. वहीं मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
.Tags: Kanpur news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : July 01, 2023, 23:30 IST



Source link