Last Updated:August 25, 2025, 08:48 ISTAgriculture News: सिंगुरापुर के राम अवतार ने कर्ज लेकर मिर्च की खेती शुरू की. जैविक खाद से लागत घटाई और अब हर बीघा पर पचास हजार रुपए मुनाफा कमा रहे हैं.सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: फर्रुखाबाद के कमालगंज क्षेत्र के सिंगुरापुर गांव के निवासी किसान की संघर्ष भरी कहानी आज के युवाओं के लिए एक ऐसा संदेश है जिससे बहुत कुछ सीखा जा सकता है. एक समय ऐसा था जब घर में तंगहाली और गरीबी के बीच गुजारा करना मुश्किल हुआ करता था, लेकिन इन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी थोड़ी सी ही भूमि पर कर्ज लेकर खेती शुरू की. आज वह करीब 3 सालों से लगातार सब्जियों पर आधारित खेती करते आ रहे हैं. मिर्च की खेती ने उनकी तकदीर बदल दी है.
मिर्च की खेती ने उनके जीवन में ऐसी मिठास घोली है कि अब इनको किसी से भी कर्ज लेने की आवश्यकता नहीं है. आज के समय में जहां मंडियों में मिर्च की तगड़ी डिमांड है, तो दूसरी ओर इसकी हाथों- हाथ बिक्री हो रही है. ऐसे समय पर न्यूनतम लागत में बंपर पैदावार वाली यह फसल किसानों के लिए बेहद खास बन चुकी है.
लोकल18 को फर्रुखाबाद के गांव सिंगुरापुर गांव के निवासी राम अवतार ने बताया कि वह पिछले 3 सालों से मिर्च की फसल करते आ रहे हैं. वह बताते हैं कि आमतौर पर पच्चीस सौ से लेकर तीन हजार रुपए प्रति बीघा की लागत आती है और यह फसल 45 दिनों में तैयार होने लगती है. इस फसल को तैयार करने में वह गोबर से तैयार जैविक खाद को डालते हैं. जिससे उनकी लागत भी कम होती है और उत्पादन भी बढ़ जाता है. आज आलम यह है कि बाजार में इसका रेट काफी बढ़ जाने के कारण वह एक बीघा में ही आसानी से पचास हजार रुपए की मुनाफा कर रहे हैं.
हरी मिर्च खाने के लाभ
मिर्च किसी भी खाने का स्वाद को बढ़ा देती है. इसमें मौजूद विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और अनेकों पोषक तत्व जो हमारे शरीर के लिए बेहद लाभकारी होते हैं. इतना ही नहीं इसमें मौजूद कैप्साइसिन नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो हमारे हार्ट हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है.Location :Farrukhabad-cum-Fatehgarh,Farrukhabad,Uttar PradeshFirst Published :August 25, 2025, 08:48 ISThomeagricultureकर्ज लेकर किसान ने शुरू की ये खेती, चमक उठी किस्मत! सिर्फ 45 दिनों हो रही कमाई