ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बॉब काउपर का रविवार को 84 साल की उम्र में निधन हो गया. बॉब काउपर के परिवार में पत्नी डेल और बेटियां ओलिविया और सेरा हैं. बॉब काउपर एक बेहद प्रतिभाशाली बाएं हाथ के बल्लेबाज थे. वह अपनी आकर्षक बल्लेबाजी, धैर्य और बड़ी पारियां खेलने की क्षमता के लिए जाने जाते थे. बॉब काउपर का निधन लंबी बीमारी के कारण हो गया है.
क्रिकेट जगत में फैली शोक की लहर
बॉब काउपर के करियर का सबसे यादगार पल साल 1966 में इंग्लैंड के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेली गई 307 रनों की पारी थी. यह ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर टेस्ट क्रिकेट का पहला तिहरा शतक था और इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने एशेज भी अपने पास बरकरार रखी थी. बॉब काउपर ने 1964 से 1968 के बीच 27 टेस्ट मैच खेले और 48.16 की औसत से 2061 रन बनाए, जिनमें पांच शतक शामिल थे.
महान बल्लेबाज का अचानक हुआ निधन
महज 28 साल की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर व्यापार की दुनिया में कदम रखा. विक्टोरिया की ओर से खेलते हुए बॉब काउपर ने 83 फर्स्ट क्लास मैच खेले और अपनी टीम के सफल दौर में बड़ा योगदान दिया. बाद में उन्होंने आईसीसी मैच रेफरी के रूप में भी सेवा दी और क्रिकेट से जुड़े कई लोगों के लिए सलाहकार बने. 2023 में उन्हें क्रिकेट में उनके योगदान के लिए ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया से सम्मानित किया गया.
शोक में क्रिकेट जगत
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन माइक बेयर्ड ने शोक संदेश में कहा, ‘हमें बॉब काउपर के निधन की खबर से गहरा दुख हुआ है. वह एक बेहतरीन बल्लेबाज थे और एमसीजी पर उनके तिहरे शतक को हमेशा याद रखा जाएगा. 1960 के दशक में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई और विक्टोरियन टीमों में बड़ी भूमिका निभाई. इसके अलावा, आईसीसी मैच रेफरी और सलाहकार के रूप में भी उन्होंने अहम योगदान दिया. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ओर से हम उनके परिवार, दोस्तों और साथियों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं.’