Uttar Pradesh

Know where Baba Bageshwar Sanatan Padyatra reached, what did Dhirendra Shastri say on fundamentalism : UP News

Last Updated:November 16, 2025, 19:31 ISTSanatan Hindu Unity Padyatra : बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दिल्ली से वृंदावन तक निकाली गई ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ के दौरान कट्टर मजहबी विचारधारा पर तीखे बयान दिए. यात्रा में धीरेंद्र शास्‍त्री के गुरु श्री जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज शामिल हुए. 10 दिवसीय यह पदयात्रा वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर दर्शन के साथ आज संपन्न हो रही है.मथुरा : हाल ही में दिए अपने बयान में बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने “धार्मिक कट्टरपंथी” शब्द का प्रयोग करते हुए समाज में फूट डालने वाली गतिविधियों पर आक्रोश जताया. उन्होंने कहा कि कट्टर मजहबी विचारधारा के लोग यात्राएं निकालकर देश में अशांति फैलाने की कोशिश करते हैं. धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार, यदि सनातन समाज एकजुट हो जाए तो ऐसी विभाजनकारी ताकतें कभी सफल नहीं हो पाएंगी. उन्होंने दिल्ली में हुए विस्फोट की निंदा करते हुए इसे कट्टरपंथी सोच की साजिश बताया. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई सनातनी समाज को उकसाने की कोशिश करेगा तो इसका जवाब अवश्य मिलेगा. यात्रा में धीरेंद्र शास्‍त्री के गुरु श्री जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज शामिल हुए. वहीं देवकीनंदन जी सहित ब्रज के सभी साधु-संत सभा में मौजूद रहे. इस दौरान धीरेंद्र शात्री के गुरु जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा- प्रत्येक हिन्दू को थोड़ी-थोड़ी संस्कृत जरूर आनी चाहिए. मैं चित्रकूट में 26 मार्च से ऑनलाइन संस्कृत पढ़ाऊंगा. प्रत्येक हिन्दू कन्या अब झांसी की रानी बनेगी. अब आज से ही दिल्ली से कश्मीर यात्रा की तैयारी शुरू कर दीजिए.

वहीं सनातन सभा में धीरेंद्र शास्त्री ने 5 संकल्प भी दिलाए. शनिवार देर रात गायक बी प्राक, जुबिन नौटियाल और स्वाति मिश्रा भी पहुंचे थे. जुबिन नौटियाल धीरेंद्र शास्त्री का हाथ पकड़कर चलते नजर आए. तीनों गायकों ने भजन गाए. इसके अलावा, काशी से आए ब्राह्मणों ने आरती की.

हमारी पदयात्रा किसी धर्म के विरोध में नहीं: धीरेंद्र शास्त्री

अपने बयान में शास्त्री ने स्पष्ट किया कि उनकी पदयात्रा मुसलमानों या ईसाइयों के खिलाफ नहीं है. उनकी यात्रा का उद्देश्य केवल हिंदू धर्म, संस्कृति और परंपराओं की रक्षा करना है. उन्होंने कहा कि कट्टरपंथ का विरोध समाज के सौहार्द्र की रक्षा करने के लिए जरूरी है. धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि धार्मिक यात्राओं का उद्देश्य समाज को जोड़ना होता है, जबकि कट्टरपंथी तत्व इन्हीं यात्राओं के दौरान विघ्न डालने की कोशिश करते हैं. इसलिए सनातनी समाज को मजबूत और संगठित रूप से खड़ा होना चाहिए.

10 दिवसीय ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ का सफर

‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ 7 नवंबर 2025 को दिल्ली के छतरपुर स्थित कात्यायनी माता मंदिर से प्रारंभ हुई थी. लगभग 170 किलोमीटर की यह यात्रा दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों से गुजरते हुए आज वृंदावन पहुंच चुकी है. पदयात्रा में हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और पूरे मार्ग में “जय श्री राम” के जयकारे गूंजते रहे. यात्रा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों से सनातन धर्म की एकता और सुरक्षा के लिए संगठित रहने की अपील की.

वृंदावन में हुआ भव्य समापन

16 नवंबर की शाम को यात्रा का समापन वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के साथ हो रहा है. कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव सहित कई राजनीतिक शख्सियतें शामिल हुई हैं. श्रद्धालुओं में अपार उत्साह देखा जा रहा है. उनका कहना है कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद यह समय सनातनियों के लिए गौरव का है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए भक्तों ने कहा कि यह धार्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का युग है.

सनातन समाज की एकता पर दिया जोर

पदयात्रा के अंतिम चरण में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह सिर्फ धार्मिक यात्रा नहीं बल्कि सांस्कृतिक चेतना का संदेश है. उन्होंने कहा कि जब समाज एकजुट होता है तो आतंक और कट्टरपंथ जैसी शक्तियां स्वतः कमजोर पड़ जाती हैं. उनकी इस पहल का उद्देश्य करोड़ों हिंदुओं में आत्मविश्वास और एकता का संचार करना है.न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Mathura,Uttar PradeshFirst Published :November 16, 2025, 19:31 ISThomeuttar-pradeshजानें कहां पहुंची सनातन यात्रा, कट्टरपंथ पर ये क्‍या बोल गए शास्‍त्री

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