Last Updated:July 24, 2025, 18:45 ISTभारत में सदियों से पेड़-पौधों और जड़ी-बूटियों को औषधीय गुणों के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. इन्हीं में एक खास पौधा है पीले फूलों वाला कनेर, जो देखने में भले ही आम लगे, लेकिन इसका उपयोग कई गंभीर बीमारियों के …और पढ़ेंरिपोर्ट- संजय यादव, बाराबंकी: भारत में कई प्रकार के पेड़-पौधे और जड़ी-बूटियां पाई जाती हैं, जिनका उपयोग आयुर्वेद में पुराने समय से होता आ रहा है. इन्हीं में से एक है कनेर का पौधा, जो पीले फूलों के साथ आमतौर पर हर जगह देखने को मिल जाता है. देखने में सुंदर यह पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इसकी पत्तियां, छाल, जड़ और फूल- सभी का उपयोग कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है.
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, कनेर का पौधा पाचन समस्याओं, दाद, खाज, खुजली, पाइल्स (बवासीर), और महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता जैसी समस्याओं के उपचार में कारगर है.
जिला अस्पताल बाराबंकी के आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ. अमित वर्मा (MD मेडिसिन) ने बताया कि पीले फूलों वाले कनेर का पौधा स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होता है. खुजली की समस्या में इसकी पत्तियों का लेप लगाने से राहत मिलती है.
– मासिक धर्म की अनियमितता में इसकी छाल का काढ़ा लाभदायक है.
– अपच और पाचन की समस्या में इसके फूलों के रस का सेवन फायदेमंद होता है.
– पाइल्स में मस्सों पर इसके फूलों और पत्तियों के रस का इस्तेमाल करने से आराम मिलता है.
– वहीं, त्वचा रोग जैसे दाद और खाज में इसकी छाल और पत्तियों का पेस्ट लगाना असरदार होता है.
महत्वपूर्ण सूचना:यह जानकारी विशेषज्ञ की राय और पारंपरिक आयुर्वेदिक अनुभव पर आधारित है. किसी भी औषधीय प्रयोग से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना अनिवार्य है। Local 18 किसी भी दुष्प्रभाव के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.Location :Bara Banki,Uttar Pradeshhomelifestyleआयुर्वेदिक फायदों का खजाना है ये पौधा!, 6 बड़े रोगों में देता है राहतDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.