कन्‍नौज. सर्दी के मौसम में आये बदलाव के असर से जिला अस्पताल में बीमार बच्चों की संख्या बढ़ गयी है. हाल ये है की पिछले दो दिन से यहां रोजाना 100 से 150 बीमार बच्चे शिशु विभाग की ओपीडी में आ रहे हैं. बाल रोग विशेषज्ञ तेजी से बदलते इस मौसम में बच्चों का खास ख्याल रखने की सलाह दे रहे हैं. जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मोहित शंकर ने बताया कि इन दिनों बच्चों में बुखार, खांसी व जकड़न के कारण सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्‍या आ रही है. इसको लेकर कई मरीज अस्‍पताल पहुंच रहे हैं.

डॉ मोहित शंकर ने कहा कि अभी मौसम बदल रहा है, कभी धूप निकल रही है, लेकिन हवा में बहुत ज्यादा ठंडक है. कुछ दिन और बच्चों को धूप में और न निकालें; उन्‍हें ठंडी हवा से बचाएं. जरा सी लापरवाही के कारण कारण बच्चों में सर्दी, बुखार, जुकाम और खासी के साथ निमोनिया के केस बढ़ रहे हैं. उन्होंने ऐसे मौसम में बच्चों का खास ख्याल रखते हुए हाथ, पैर और मुंह ढंकने की सलाह दी है.

बच्‍चों को ठंड से बचाएं, शरीर को हमेशा ढंक कर रखेंडॉ मोहित शंकर ने कहा कि सर्दियों में खासकर 10 साल तक के बच्चों को निमोनिया की समस्या होती है. ऐसे में जरूरी है कि ठंड से बच्चों को बचाया जाए. सर्दियों के मौसम में खानपान से लेकर रहन-सहन तक पर ध्यान देने की जरूरत होती है. चिकित्सकों के मुताबिक, बच्चों को होने वाले बुखार या खांसी-जुकाम की शिकायत को हल्के में ना ले तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लेने की जरूरत है.

घर के अंदर ही करें मालिश, अभी धूप में नहीं लिटाएंडॉ मोहित शंकर ने कहा कि अभी घरों के अंदर ही मालिश करना चाहिए. धूप भले ही निकल रही हो लेकिन बच्‍चों को धूप में अभी लिटाना ठीक नहीं है. कुछ दिन बाद ऐसा कर सकते हैं. डॉक्टर बताते हैं कि गर्म कपड़े सर्दियों में बच्चे को सुरक्षित रखते हैं लेकिन ज्यादा कपड़े उसके लिए परेशानी भी पैदा कर सकते हैं. जरूरी यह है कि बच्चे के लिए कपड़ों की सही लेयर के साथ उसकी नियमित पोषक खुराक और मालिश आदि जैसी सभी चीजों को भी ध्यान में रखा जाए.
.Tags: Cold, Kannauj news, UP cold wave, UP news, Up news today hindi, Viral Fever in UPFIRST PUBLISHED : January 31, 2024, 23:34 IST



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