रजनीश यादव/प्रयागराज: मधुमक्खी पालन एक ऐसा व्यवसाय है, जिससे किसानों की आय बढ़ सकती है. सरकार की ओर से भी किसानों को लाभ देने के लिए प्रोत्साहित करने का कार्य किया जा रहा है. इसी कड़ी में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रयागराज में राजकीय उद्यान विभाग की ओर से 45 दिवसीय मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण शिविर शुरू किया जा रहा है. किसानों के लिए यह एक व्यावसायिक कार्य हो सकता है. मधुमक्खियों से प्राप्त शहद को बेचकर किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं.

राजकीय उद्यान चंद्रशेखर आजाद पार्क में राजकीय उद्यान विभाग की ओर से सभी के लिए मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण शिविर खोला गया है. प्रशिक्षक सुरेश बताते हैं कि 1 फरवरी से शुरू होने वाले इस प्रशिक्षण में लोगों को मधुमक्खी पालन कैसे करें? क्या है इसकी विधियां और इससे होने वाले लाभ को बताया जाएगा. 45 दिवसीय इस प्रशिक्षण में लोगों को सैद्धांतिक और व्यवहारिक स्तर पर मधुमक्खी पालन की विधि को बताया जाता है.जिसको भी इसका लाभ लेना है वह अपने मूलभूत दस्तावेजों के साथ राजकीय उद्यान विभाग चंद्रशेखर आजाद पार्क में संपर्क कर सकते हैं. इसके लिए न्यूनतम योग्यता आठवीं पास रखी गई है.

इन दस्तावेजों की होगी जरूरत

1. फोटो2. आधार कार्ड3. न्यूनतम आठवीं पास तक का सर्टिफिकेट4. बैंक की पासबुक

अच्छी कमाई के लिए करें मधुमक्खी पालन

सुरेश बताते हैं कि यहां से मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लेने वाले प्रयागराज के कई लोग आज बड़े स्तर पर मधुमक्खी पालन कर रहे हैं. उनकी कमाई का ये प्रमुख साधन बन चुका है जिसमें झूसी के आलोक मौर्य, रितेश मौर्या जैसे कई नाम शामिल हैं.मधुमक्खी पालन से शहद और मोम दोनों प्राप्त होती है. औषधि लाभ के साथ ही मोम से बनने वाली वस्तुओं में भी इसका प्रयोग किया जाता है मोम की डिमांड विदेश से भी खूब होती है.

वहीं, किसानों की फसल के लिए मधुमक्खी पालन वरदान साबित होता है. क्योंकि, ये  खाद्य उत्पादकता बढ़ाने में मदद करती हैं.इससे फसलों में 15 से 20 फीसदी अधिक उत्पादन होता है. इस सत्र में मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लेने पांच महिलाएं भी आई हैं. इससे साबित होता है कि यह व्यवसाय किसानों में काफी लोकप्रिय हो रहा है.
.Tags: Business ideas, Local18, Prayagraj NewsFIRST PUBLISHED : January 31, 2024, 13:56 IST



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