मेरठ. मेरठ के कमिश्रनरी पार्क चौराहे और कलेक्ट्रेट के ऑफिस में सोमवार का पूरा दिन हंगामे के नाम रहा. यहां अलग-अलग पार्टियों के नेता नारेबाजी करते हुए आते, कुछ देर रुकते और फिर चले जाते. इस दौरान पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया. इस सब के बीच सपरों की एक टोली खासा चर्चा का विषय बन गई. सपेरों की टोली अपनी मांगों को लेकर एकाएक इसी हंगामे के बीच बीन-बजाकर अपनी आवाज बुलंद करने लगी. सपेरों की टोली अपने बच्चों के साथ कुछ देर कमिश्रनरी पार्क और फिर कलेक्टर ऑफिस पहुंचकर बीन बजाने लगी. इन सपेरों की अपनी समस्याएं थीं, जिसे लेकर वे अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे.
सपेरों का कहना है कि सभी अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं, तो भला हम क्यों न करें. उनका कहना था कि उनके पास अपनी आवाज बुलंद करने का एकमात्र तरीका है उनका वाद्ययंत्र बीन. इसलिए बीन बजाकर वे सरकार से गुहार लगा रहे हैं. सपेरों की मांग है कि उनके बच्चे पढ़ने-लिखने और नौकरी के लिए परेशान हैं. सपेरों का कहना है कि उनसे जाति प्रमाण पत्र मांगा जाता है. लेकिन उनके पास उनका कोई जाति प्रमाण पत्र नहीं है. इन लोगों का कहना है कि सपेरा जाति गजट में नहीं है. जबकि पूरे देश में सपेरों की जाति निर्धारित की गई है. इनका कहना है कि बच्चा बचपन से ही स से सपेरा पढ़ता है, लेकिन सपेरों की ही कोई जाति नहीं है.
सपेरों का विरोधी सुर
सपरों का कहना है कि जाति प्रमाण पत्र न होने से उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. सपेरा इतने गुस्से में थे कि उन्होंने कहा कि अगर उनकी जाति नहीं बनती है, तो उनका वोट काट दिया जाए. सपेरों ने चेतावनी दी कि अगर उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बना तो आनेवाले चुनाव का वे बहिष्कार कर देंगे. सपेरों ने धर्म परिवर्तन की भी चेतावनी दी है. नागराज के इन रक्षकों का कहना है कि आने वाली 18 तारीख को वे लखनऊ जाकर विधानसभा का घेराव करेंगे.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.



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