KL Rahul Century: केएल राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की शुरुआत धांसू अंदाज में की है. उन्होंने लीड्स टेस्ट की दोनों पारियों में मजबूती से बैटिंग की और टीम के लिए अपनी भूमिका को बेहतर तरीके से निभाई. राहुल के बारे में कहा जाता है कि वह किसी परिस्थिति में खुद को जल्दी ढाल लेते हैं. इसी खूबी ने उनके खिलाफ काम किया है. राहुल से कभी ओपनिंग कराई गई तो कभी तीसरे तो कभी चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया. पांचवें और छठे नंबर पर भी उन्होंने अपना योगदान दिया. यहां तक कि जरूरत पड़ने पर टीम के लिए विकेटकीपिंग की और कप्तानी की जिम्मेदारी भी उठाई.
हर परिस्थिति में आगे होते हैं राहुल
टीम को जब भी विषम परिस्थिति में किसी की आवश्यकता होती है तो राहुल वहां खड़ा होते हैं. वह तो भला है कि वह गेंदबाजी नहीं करते हैं. नहीं तो टीम मैनेजमेंट उनसे गेंदबाजी भी करवा लेती. राहुल को हर परिस्थिति में खुद को डालने लेने के कारण काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इसके लिए उन्होंने भारी कीमत चुकाई है. लीड्स टेस्ट की दूसरी पारी में शतक लगाने के बाद उनके दिल का दर्द छलक गया.
बल्लेबाजी पोजीशन भूल गया हूं: राहुल
राहुल ने कहा, ”पिछले कुछ सालों में मैं अपनी बल्लेबाजी पोजीशन भूल गया हूं. मुझे विभिन्न जिम्मेदारियां और विभिन्न भूमिकाएं दी जाने पर खुशी है. यह खेल को रोमांचक बनाता है. मुझे खुद को चुनौती देने और इतनी मेहनत से ट्रेनिंग लेने, अपने खेल पर थोड़ा और काम करने के लिए प्रेरित करता है.” भारतीय क्रिकेट रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद युवा प्रतिभाओं के साथ भविष्य की ओर बढ़ रहा है. राहुल को यकीन है कि उनसे क्या उम्मीद की जाती है. पारी की शुरुआत करना उन्हें पहले से ही पसंद है. अब यह भूमिका उन्हें नियमित रूप से निभानी है.
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टेस्ट में अपनी एवरेज से दुखी
राहुल टेस्ट में अपनी बैटिंग एवरेज से खुश नहीं है. लीड्स में शतक लगाने के बाद उनका औसत 34.71 का है. राहुल ने कहा, ”मैं अब बस रन बना रहा हूं. एक समय था जब मुझे अच्छी शुरुआत मिलती थी लेकिन मैं उन्हें बड़े स्कोर में नहीं बदल पाता था, खासकर टेस्ट में. मैं अब अपने दिमाग में बहुत शांत हूं और संख्याओं का पीछा नहीं कर रहा हूं. मैं बस अपने क्रिकेट का जितना हो सके उतना आनंद लेना चाहता हूं. बेशक, जब मैं अपना औसत देखता हूं तो दुख होता है. लेकिन इस स्तर पर मैं संख्याओं के बारे में सोचना नहीं चाहता. जब भी मुझे मौका मिलता है तो मैं प्रभाव डालना चाहता हूं और भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने का आनंद लेना चाहता हूं.”
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राहुल ने की पंत की तारीफ
लीड्स टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले ऋषभ पंत उन्होंने जमकर तारीफ की है. वह पंत की स्टाइल से खुश हैं. हालांकि, कभी-कभी उन्हें हैरानी भी होती है. राहुल ने कहा, ”आप बस वहां खड़े होकर प्रशंसा करते हैं और कभी-कभी शॉट चयन और उनके द्वारा खेले जाने वाले असाधारण क्रिकेट के बारे में अपना सिर खुजाते हैं. वह एक अद्वितीय, अद्वितीय खिलाड़ी है, आप बस उसे वैसे ही रहने देते हैं.”