किसानों के लिए उद्यमी बनने का अच्छा मौका, शुरू करें मधुमक्खी पालन का व्यवसाय
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से एक महत्वपूर्ण योजना का संचालन किया जा रहा है। इस योजना के तहत किसानों को ट्रेनिंग के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है।
इस योजना के तहत न केवल किसान बल्कि इच्छुक युवा भी लाभ ले सकते हैं। इसके लिए सरकार की तरफ से 90 दिनों की फ्री ट्रेनिंग के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी दी जा रही है। जिसका लाभ लेते हुए किसान व युवा स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं और अपनी कृषि आय को बढ़ा सकते हैं।
मधुमक्खी पालन का व्यवसाय न केवल किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराने का जरिया बन सकता है। मधुमक्खी पालन से शहद उत्पादन का कार्य किया जा सकता है, जिसकी बाजार में काफी अधिक डिमांड होती है।
इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए उद्यान विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके बाद सरकार इच्छुक किसान या उम्मीदवार को 90 दिनों का मुफ्त प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगा। यह ट्रेनिंग विशेषज्ञों के द्वारा, प्रयागराज, बस्ती, सहारनपुर और मुरादाबाद में मौजूद केंद्रों पर होगी। जिसमें मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी जाएगी।
40% तक की सब्सिडी
आजमगढ़ के जिला उद्यान अधिकारी हरिशंकर राम ने बताया कि मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से इस योजना का संचालन किया जा रहा है, जिसमें ट्रेनिंग के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है। इस अनुदान की मदद से किसान भाई को मधुमक्खियां की कॉलोनी (बॉक्स), उपकरणों और अन्य आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था करने में मदद मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए तकरीबन 2.25 लाख रुपए का खर्च आता है, जिस पर सरकार की तरफ से 40% की सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है। ऐसे में इच्छुक उम्मीदवार जो मधुमक्खी पालन के व्यवसाय से जुड़ना चाहते हैं, वह इस योजना के तहत आवेदन करते हुए लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
इस प्रकार, मधुमक्खी पालन का व्यवसाय एक अच्छा मौका है किसानों के लिए उद्यमी बनने के लिए। सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई जा रही ट्रेनिंग और आर्थिक सहायता के साथ-साथ 40% तक की सब्सिडी भी इस व्यवसाय को और भी आकर्षक बनाती है।