Uttar Pradesh

किसान भाई सिंघाड़े की खेती में करें इन चीजों का प्रयोग, बढ़ेगी पैदावार और घटेगी लागत

Last Updated:August 23, 2025, 22:48 ISTसिंघाड़े की बेहतर पैदावार के लिए खाद और उर्वरक की उपलब्धता फसल को सुनिश्चित करना जरूरी होता है. इसी तरह सिंघाड़े की फसल में भी पोल्ट्री की खाद के साथ-साथ जैव या रासायनिक उर्वरक का इस्तेमाल करने से सिंघाड़े की फल की अच्छी पैदावार मिलती है. वैसे उत्तर भारत में सिंघाड़े की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. यह एक नाजुक फसल है जिसमें कीड़े और बीमारियों का प्रकोप ज्यादा रहता है. जिस कारण किसानों को पैदावार में नुकसान का सामना करना पड़ता है. वही किसान अब इन उपायों के जरिए कम लागत में बेहतर उपज प्राप्त कर सकते हैं. इस विधि से न केवल फसल को कीट और रोगों से बचाया जा सकता है, बल्कि उत्पादन लागत में भी कमी आएगी. जिला कृषि रक्षा अधिकारी विजय कुमार ने लोकल 18 से कहा कि हमारे यहां बहुत से किसान बड़ी मात्रा में सिंघाड़े की खेती करते हैं. जिंसमे सबसे ज्यादा हरे रंग,व लाल रंग के सिंघाड़े की किस्मे सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. इस खेती उन्हें अच्छा मुनाफा भी होता है पर कभी-कभी इनमें रोग लगने से फशल खराब हो जाती हैं. जिससे किसानों को लागत भी निकाल पाना भी मुश्किल हो जाता है. वहीं किसान अगर इसकी फसल में इन चीजो का इस्तेमाल कर वो सिंघाड़े की अच्छी पैदावार कर सकते हैं. सिंघाड़े की बुवाई हमारे यहां जुलाई के महीने में हो जाती है. उसके बाद पौधा ग्रोथ करना शुरू कर देता है. वही बारिश के बाद जब जलाशयों और खेतों में पानी भर जाता है. उस समय सिंघाड़े का पौधा पानी के अंदर फसल का तेजी से विकास होता है. कल आना शुरू हो जाते हैं ऐसे में कुछ उर्वरकों का इस्तेमाल अच्छी पैदावार की जा सकती है. सिंघाड़े की बेहतर पैदावार के लिए खाद और उर्वरक की उपलब्धता फसल को सुनिश्चित करना जरूरी होता है. इसी तरह सिंघाड़े की फसल में भी पोल्ट्री की खाद के साथ-साथ जैव या रासायनिक उर्वरक का इस्तेमाल करने से सिंघाड़े की फल की अच्छी पैदावार मिलती है. किसान चाहें तो फास्फोरस और पोटेशियम का प्रयोग भी कर सकते हैं. सिंघाड़े का अच्छा उत्पादन के लिए सिंघाड़े की खेती में प्रति हेक्टेयर में 30 से 40 किलोग्राम यूरिया का इस्तेमाल करते हैं.तो सिंघाड़े की पैदावार अधिक होती है गोबर की खाद और जैविक खाद का प्रयोग बेहतर उत्पादन के लिए किया जाता है. खरपतवार को समय-समय पर साफ करना जरूरी है। कीट और रोग कम लगते हैं, लेकिन अगर पत्तियों पर काले धब्बे दिखें तो जैविक कीटनाशक का उपयोग करें। एक हेक्टेयर से लगभग 80-100 क्विंटल सिंघाड़े का उत्पादन हो सकता है.First Published :August 23, 2025, 22:48 ISThomeagricultureकिसान भाई सिंघाड़े की खेती में करें इन चीजों का प्रयोग, बढ़ेगी पैदावार

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