खतरनाक नहीं, दोस्त है दुनिया की सबसे बड़ी छिपकली, 50 हजार इंसानों के लिए ‘भगवान’, थैंक्यू बोलिए इसे

admin

comscore_image

Last Updated:June 28, 2025, 23:54 ISTAjab Gajab News : अंधविश्वास और गलत अवधारणा बनने के चलते कई वन्य जीव बड़ी संख्या में अपनी जान गंवा देते हैं. ऐसा ही इसके साथ है. लोग इसे देखते ही मार देते है. लेकिन इसकी हकीकत कुछ और है. वन्यजीव विशेषज्ञ प्राजंलि भुजबल Local 18 से कहते हैं कि उत्तर भारत में अक्सर घरों के आसपास बड़ी सी छिपकली नजर आती है. इस छिपकली को मॉनिटर लिजर्ड कहा जाता है. यह छिपकली की सबसे बड़ी प्रजाति मानी जाती है. लेकिन अंधविश्वास के चलते सबसे अधिक शिकार होने वाली छिपकली भी यही है. मॉनिटर लिजर्ड को लेकर ऐसी भ्रांति है कि इसके काटने से इंसान की मौत हो सकती है. लेकिन सच्चाई इससे परे है. मॉनिटर लिजर्ड जहरीली नहीं होती है. लेकिन लोगों के बीच फैली भ्रांति के चलते अक्सर यह गुस्से का शिकार बन जाती है. जहरीली होने की भ्रांति के चलते इसे घर या खेतों में देखते ही लोग मार डालते हैं. काला जादू समेत तमाम अंधविश्वासों के चलते भी इसका बड़े पैमाने पर शिकार होता है. लेकिन यह इंसानों के लिए खतरनाक न होकर उनकी मददगार है. भारत में हर साल 30 से 40 लाख सर्प दंश के मामले देखे जाते हैं, जिनमें से लगभग 50000 लोगों की सालाना मौत होती है. जून से सितंबर के बीच इन मामलों में वृद्धि देखी जाती है. मॉनिटर लिजर्ड की मदद से इन मामलों पर काफी हद तक लगाम लगी रहती है. दरअसल मॉनिटर लिजर्ड को सांप के अंडे खाना बेहद पसंद है. ऐसे में खेतों या ऐसे स्थान जहां सांप ने अंडे दिए होते हैं, मॉनिटर लिजर्ड उन्हीं स्थानों पर अपना ठिकाना बनती है. जानकारों का मानना है कि अगर मॉनिटर लिजर्ड सांपों की संख्या को नियंत्रित न करे तो भारत में सर्पदंश के चलते लगभग 1 लाख लोगों की सालाना मौत हो जाए.homeajab-gajabखतरनाक नहीं, दोस्त है दुनिया की सबसे बड़ी छिपकली, 50 हजार इंसानों की ‘भगवान’

Source link