उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक बड़ा मामला सामने आया है. यहां सिकंदराबाद एसडीएम की अर्दली के खिलाफ बड़ा आरोप लगाया गया है. दावा किया जा रहा है कि अर्दली ने खनन माफियाओं के साथ मिलकर काम किया था और उन्हें रिश्वत देने के लिए 50 लाख रुपये लिए थे. इस मामले में और भी अधिकारियों की मिलीभगत की भी आशंका है, लेकिन एसडीएम ने अभी तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं की है.
अर्दली अजीत कुमार को पद से हटाकर कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है. अर्दली पर आरोप लगाया गया है कि मिट्टी का खनन पकड़ने गए सदर नायब तहसीलदार से फोन पर अभद्रता की थी. अर्दली ने यह अभद्रता खनन माफियाओं के फोन से ही सदर नायब तहसीलदार व उनकी टीम से की थी. तहसीलदार की लिखित शिकायत के बाद अर्दली अजीत कुमार को हटाया गया है.
एसडीएम दीपक पाल ने आरोपी के खिलाफ मामूली कार्रवाई की है. खनन की शिकायत पर सदर तहसील की टीम ने गांव सूबरा में अवैध मिट्टी का खनन पकड़ा था. आरोपियों की टीम ने अपने फोन से सिकंदराबाद एसडीएम के अर्दली से बात कराई थी. सिकंदराबाद तहसील क्षेत्र में खनन माफिया खूब फल-फूल रहे हैं, लेकिन प्रशासन मौन है और चुप्पी साधे हुए हैं.