Uttar Pradesh

खिलौना बंदूक ही नहीं, मेट्रो में ले गए ये चीजें तो फेंकनी पड़ेंगी कूड़ेदान में, जिद की तो..बड़े सख्त हैं नियम

दिल्ली मेट्रो में सफर करने वाले एक पिता ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया, जिसमें सीआईएसएफ कर्मचारी बच्चे को खिलोना बंदूक के साथ सफर करने की अनुमति नहीं देते हैं। इस वायरल वीडियो के बाद डीएमआरसी ने भी इसे सुरक्षा नियमों के तहत माना है।

दिल्ली मेट्रो में यात्रा करने के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है। मेट्रो स्टेशन में एक बार एंट्री करने के बाद व्यक्ति न केवल सीआईएसएफ के कर्मचारियों के सुरक्षा घेरे में आ जाता है, बल्कि डीएमआरसी के सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में भी आ जाता है। यही वजह है कि दिन हो या रात दिल्ली मेट्रो में सफर करना किसी के लिए भी काफी सेफ है।

हालांकि, इस सुरक्षा व्यवस्था की वजह से कई बार लोग परेशानी होने का आरोप भी लगाते हैं और कुछ चीजों को लेकर की जाने वाली सख्ती को ज्यादती मानते हैं। ऐसा ही एक वीडियो हाल ही में वायरल हुआ है, जब एक पेरेंट्स और बच्चे को दिल्ली मेट्रो में एक खिलोना बंदूक को साथ लेकर सफर नहीं करने दिया गया।

इस मामले पर भले ही लोग तमाम तरह के कमेंट कर रहे हों, लेकिन डीएमआरसी यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कोई भी रिस्क नहीं लेता। मेट्रो में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, मेट्रो परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत रखने और नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी सीआईएसएफ की होती है।

सीआईएसएफ के कर्मचारी न केवल ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों बल्कि उनके सामान की भी बारीकी से जांच करते हैं। जब कोई यात्री दिल्ली मेट्रो में प्रतिबंधित चीजों को लेकर आते हैं, तो फ्रिस्किंग और जांच के दौरान इन चीजों को बाहर ही निकलवा देते हैं और यात्रियों को इनके साथ यात्रा करने की अनुमति नहीं देते हैं।

ऐसा कई बार हुआ है जब लोगों को सुरक्षा नियमों के चलते कई कीमती चीजों को भी छोड़ना पड़ा है। दिल्ली मेट्रो में ये चीजें ले जाना है बैन:

तेज नुकीले और धारदार हथियार जैसे चाकू, कैंची, तलवार, ब्लेड, पिस्टल आदि।

टूल्स जैसे पेंचकस, प्लास, टेस्टर आदि।

विस्फोटक जैसे हेंडग्रेनेड, गनपाउडर, पटाखे, प्लास्टिक विस्फोटक या अन्य विस्फोटक पदार्थ।

ज्वलनशील पदार्थ जैसे कुकिंग गैस, पेट्रोलियम, पेंट, गीली बैटरी या अन्य।

एयर टाइट पैकिंग के बिना तेल, घी आदि।

हथियार जैसे दिखने वाले खिलोने आदि।

डीएमआरसी के नियमों के तहत ये चीजें मेट्रो में नहीं ले जाई जा सकती हैं। वहीं जब कोई त्यौहार आता है, तो मेट्रो में सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी जाती है। इस बारे में मेट्रो से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि त्यौहार के समय में किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए ऐसी व्यवस्था बनाई गई है। कई बार कुछ चीजें नकली होती हैं, लेकिन ये अन्य यात्रियों में पैनिक का कारण बन सकती हैं।

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