ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के पूर्व मैनेजर खालिद जमील को भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम का नया हेड कोच नियुक्त किया गया है. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने शुक्रवार को खालिद जमील को भारतीय पुरुष नेशनल फुटबॉल टीम का हेड कोच बनाया है. खालिद जमील बतौर हेड कोच मनोलो मार्केज की जगह लेंगे, जिन्होंने पिछले महीने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. मनोलो मार्केज की कोचिंग में भारत ने पिछले एक साल से ज्यादा समय तक प्रतिस्पर्धी मैचों में कोई जीत हासिल नहीं की थी.
भारतीय टीम का अचानक नया हेड कोच बना ये धुरंधर
खालिद जमील के अलावा पूर्व कोच स्टीफन कॉन्स्टेंटाइन और स्लोवाकिया के मैनेजर स्टीफन टारकोविक भी भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के हेड कोच बनने की रेस में शामिल थे. अंत में खालिद जमील ने बाजी मार ली और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने उन्हें भारतीय फुटबॉल टीम का नया हेड कोच नियुक्त कर दिया. इसी के साथ ही भारतीय फुटबॉल का एक नया युग भी शुरू हो रहा है. यह एक ऐतिहासिक क्षण भी है, क्योंकि 2011-12 में सावियो मेडेइरा के कार्यकाल के बाद वह यह पद संभालने वाले पहले भारतीय बन गए हैं.
(@IndianFootball) August 1, 2025
कौन हैं खालिद जमील?
49 वर्षीय खालिद जमील का जन्म कुवैत में हुआ था और उन्होंने भारतीय फुटबॉल में एक खिलाड़ी और कोच, दोनों ही रूपों में सफलता हासिल की है. खालिद जमील ने साल 2005 में महिंद्रा यूनाइटेड के साथ शीर्ष स्तरीय लीग जीती और बाद में 2017 में आइज़ॉल एफसी को प्रतिष्ठित आई-लीग खिताब दिलाया, जो उनकी पहली और एकमात्र शीर्ष स्तरीय चैंपियनशिप थी. यह खिताबी जीत भारतीय फुटबॉल की सबसे उल्लेखनीय कहानियों में से एक है.
खालिद जमील के सामने क्या है चुनौती?
हेड कोच के रूप में खालिद जमील के सामने पहली चुनौती CAFA नेशंस कप में सामने आएगी. भारतीय फुटबॉल टीम इस महीने के अंत में CAFA नेशंस कप में गत चैंपियन ईरान और 2023 एशियाई कप की क्वार्टर फाइनलिस्ट ताजिकिस्तान से भिड़ेगी. हालांकि यह टूर्नामेंट फीफा की विंडो से बाहर है.