उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है, जिससे उनका स्किल डेवलपमेंट किया जा सके और उन्हें रोजगार के साधन उपलब्ध कराए जा सके. उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग विभाग भी ऐसी योजनाएं चला रहा है, जो लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध करा रही है. आइए जानते हैं कि ऐसी कौन-कौन सी योजनाएं हैं, जिसका लाभ उठाकर रोजगार को शुरू कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसमें प्रशिक्षण लेने वालों को 3750 रुपए स्कॉलरशिप दी जा रही है. विभाग द्वारा लगातार लोगों को कौशल प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं, जो व्यक्ति जिस व्यापार को शुरू करना चाहता है, उसे उसी तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सिलाई कढ़ाई से लेकर ब्यूटीशियन, हवाई या अन्य प्रतिष्ठानों में अपनी रुचि रखते हों, खादी ग्रामोद्योग में प्रशिक्षण और इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए किस तरह से आवेदन करना होगा, आइए जानते हैं।
उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग विभाग के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए अडिंग में स्थापित मंडल ग्राम उद्योग प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य संजय कुमार वर्मा से लोकल 18 की टीम ने विभाग में संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी की. उन्होंने कई योजनाओं के बारे में बताया कि खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिस व्यक्ति को जो बिजनेस खोलने में रुचि है, उसे उसी तरह का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. यह प्रशिक्षण 15 दिवसीय होता है, जिसमें 3750 स्कॉलरशिप के रूप में दिए जाते हैं. सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक क्लास संचालित की जाती है, हर दिन उन्हें कुछ नया सिखाया जाता है, स्किल डेवलपमेंट कैसे किया जाए, उन्हें सभी जानकारी दी जाती है. कोई व्यक्ति अगर ट्रेनिंग लेना चाहता है, तो वह जिला खादी ग्रामोद्योग कार्यालय जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकता है, जिसमें आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक बैंक पासबुक की प्रतिलिपि जमा करनी होगी.
रोजगार स्थापित करने के लिए लोगों को दिया जा रहा लोन
लोकल 18 से बातचीत के दौरान संजय कुमार वर्मा ने यह भी बताया कि खादी ग्रामोद्योग प्रशिक्षण योजना के तहत, खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) और राज्य खादी बोर्ड (केवीआईबी) द्वारा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं, ताकि कारीगरों और उद्यमियों के कौशल में सुधार किया जा सके और उन्हें ग्रामोद्योग को स्थापित करने और विकसित करने में मदद मिल सके. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पारंपरिक और आधुनिक तकनीकों में कारीगरों और उद्यमियों को कौशल प्रदान करता है, ताकि वे बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद बना सकें. प्रशिक्षण के माध्यम से लाभार्थियों को उत्पादन प्रक्रिया से लेकर बिक्री तक की विस्तृत जानकारी दी जाती है, ताकि वे आसानी से अपना स्वरोजगार स्थापित कर सकें. केवीआईसी और राज्य खादी बोर्ड लाभार्थियों को अनुदान, सब्सिडी और ऋण के रूप में वित्तीय सहायता भी प्रदान करते हैं।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद दिया जाएगा प्रशिक्षण
कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 15 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है. इस प्रशिक्षण का उद्देश्य है कि लाभार्थी अपने कौशल में विकास करें, अपना रोजगार स्थापित करें और आत्मनिर्भर बनें. केवीआईसी या राज्य खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड (केवीआईबी) के साथ पंजीकृत खादी संस्थान (केआई) और खादी कारीगर, कोई भी व्यक्ति अपने शहर के जिला खादी उद्योग कार्यालय जाकर आवेदन कर सकता है. अपने नजदीकी केवीआईसी के राज्य/मंडलीय कार्यालय से संपर्क करें या kvic.gov.in पर जाएं. ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन भी कर सकते हैं.
इस प्रकार, उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाएं युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराने में मदद कर रही हैं, जिससे वे अपना स्वरोजगार स्थापित कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें.