आदित्य कृष्ण/अमेठी: जनपद में रबी और खरीफ की फसल के साथ-साथ केले की खेती कर किसान प्रगतिशील और आत्मनिर्भर बन रहे हैं. इस खेती में विभाग भी किसानों का सारथी बनकर उन्हें अनुदान दे रहा है. जिले में पिछले वर्ष किसानों ने केले की खेती में एक प्रगतिशील किसान के तौर पर अपनी पहचान बनाई है‌.

इस वर्ष भी केले की खेती के लिए पंजीकरण शुरू हो गए हैं. उद्यान विभाग के साथ किसी भी जन सुविधा केंद्र पर आप अपने प्रमाण पत्र के साथ केले की खेती के लिए आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि केले की खेती के लिए किसानों को अपने आधार कार्ड, पहचान पत्र, बैंक पासबुक और खतौनी के साथ जिला उद्यान कार्यालय पहुंचकर आवेदन करना होगा.

कार्यालय और जनसविधा केंद्र पर कर सकते हैं आवेदन

जिले में प्रतिवर्ष केले की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया जाता है. साथ ही लक्ष्य के अनुरूप खेती करने के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. जिला उद्यान कार्यालय के साथ-साथ प्रत्येक जन सुविधा केंद्र पर केले की खेती के लिए आवेदन प्रक्रिया और काउंटर खोल दिए गए हैं. कोई भी किसान खेती करने के लिए आवेदन कर सकता है.

केले की खेती में किसानों को हो रहा मुनाफा

सहायक उद्यान निरीक्षक प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि केले की खेती के लिए किसानों का पंजीकरण किया जाता है. इसके बाद उन्हें काइन डीबीटी के माध्यम से पौधे उपलब्ध कराए जाते थे. आवेदन की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है. साथ ही लक्ष्य के अनुसार किसानों को 30 हजार 738 रुपए प्रथम वर्ष में साथ ही द्वितीय वर्ष में 10 हजार 247 रुपए अनुदान स्वीकृत किया जाएगा. किसान लगातार प्रोत्साहित हो रहे हैं. हमारे जनपद में केले के क्षेत्र में इजाफा हो रहा है. किसानों का रुझान इस तरफ ज्यादा है.
.Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : December 6, 2023, 11:58 IST



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