Last Updated:August 11, 2025, 14:40 ISTVaranasi Bharat Mata Temple: भारत माता मंदिर में बना मानचित्र सामान्य मानचित्र से बिल्कुल भिन्न है. यह पत्थर के 762 टुकड़ों से तैयार किया गया है. इसमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार और श्रीलंका क…और पढ़ेंवाराणसी : काशी को ‘मंदिरों का शहर’ कहा जाता है. मंदिरों के इस शहर वाले प्राचीन नगरी में एक ऐसा मंदिर है जहां आस्था के साथ देश भक्ति का जोश भी हाई हो जाता है. मंदिर में प्रवेश के साथ हर कोई देशभक्ति के रंग में रम जाता है और भारत माता जय के नारे भी लगाता है. खास बात ये भी है कि इस मंदिर में किसी देवी-देवता की तस्वीर या मूर्ति नहीं बल्कि अखंड भारत का पूरा मैप दिखाई देता है. जिसे देखने के लिए देश-दुनिया से लोग यहां आते हैं.
वाराणसी शहर में स्थित यह मंदिर देश का इकलौता भारत माता का अनोखा मंदिर है. जहां अखंड भारत नक्सा आज भी देखने को मिलता है. 11 इंच लंबे और चौड़े मकराना के संगमरमर के 762 टुकड़ों से इस अखंड भारत के मैप को बनाया गया है. इस मंदिर का उद्घाटन 1936 में हुआ है. उद्घाटन के समय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी खुद यहां आए थे.उस समय और भी कई स्वतंत्रा सेनानी इसके उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे.
नहीं लगी थी अंग्रेजों को भनक
मंदिर की देखरेख करने वाले राजीव ने बताया कि 1918 में इस मंदिर का निर्माण का काम शुरू हुआ था उस समय अंग्रेजों को भी इसकी भनक नहीं लगी थी. इस काम को करीब पूरा करने में 6 साल का वक्त लगा फिर मंदिर का निर्माण हुआ तो इसके उद्घाटन की तारीख भी तय की गई. 25 अक्टूबर 1936 को इस भव्य मंदिर का उद्घाटन हुआ तो अग्रेजों के भी होश उड़ गए.
कई कारीगरों ने खड़े कर दिए थे हाथगौरतलब है कि बाबू शिव प्रसाद गुप्त 1913 में कांग्रेस के अधिवेशन में शामिल होने के लिए करांची गए थे. वहां से वापस लौटते समय वें मुम्बई आए. मुंबई में ही उन्होंने मिट्टी से बने अखंड भारत के मैप को देखा जिसके बाद उन्होंने इसके निर्माण का मन बनाया और फिर कारीगरों से बातचीत शुरू की. कई कारीगरों ने इसके लिए हाथ खड़े कर दिए लेकिन काशी के दुर्गा प्रसाद ने इसे बनाने के लिए अपनी रजामंदी दिखाई जिसके बाद निर्माण का काम शुरू हुआ.
मानचित्र की खासियत जान हो जाएंगे हैरान
इस मंदिर में बने अखंड भारत के मानचित्र में नदियां, पहाड़, टापू और झीलों को बेहद ही खूबसूरत तरिके से उकेरा गया है. समुद्र तल से इसकी ऊंचाई कितनी है ये भी यहां पत्थरों पर दर्शाया गया है. इस मानचित्र में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, बलूचिस्तान, तिब्बत, अरब सागर को दर्शाया गया है. अखंड भारत के इस मानचित्र में पहाड़, नदियां, झील, टापुओं और समुद्र को भी उनकी गहराई और ऊंचाई के आधार पर बताया गया है. बताते चलें कि इस मानचित्र में 800 छोटी और अन्य बड़ी नदियों को उकेरा गया है.
स्वतंत्रता दिवस पर खास होता है नजारास्वतंत्रता दिवस पर यहां का नजारा बेहद ही खूबसूरत होता है. मंदिर को फूलों से आकर्षण ढंग से सजाया जाता है इसके अलावा देशभक्ति की गूंज भी यहां सुनाई देती है. इस पूरे दिन लोगो का आना जाना भी बड़ी संख्या में यहां देखने को मिलता है.Location :Varanasi,Uttar PradeshFirst Published :August 11, 2025, 14:40 ISThomeuttar-pradeshकाशी में अनोखा नक्शा! पत्थर के 762 टुकड़ों पर बना है 6 देश, 800 नदियों का मैप