विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पं. पंकज द्विवेदी ने बताया कि मां विंध्यवासिनी धाम का वेबसाइट तैयार कराया जाएगा. इसपर श्रृंगार, अनुष्ठान, यज्ञ सहित जनेऊ की सुविधा उपलब्ध रहेगी. इससे राजस्व भी बढ़ेगा. वहीं, धाम में किसी कारणवश न पहुंच पाने वाले भक्तों को लाभ मिलेगा.
300 साल पुरानी बग्गी में छिपा सुल्तानपुर का इतिहास, खोती ऐतिहासिक विरासत
Sultanpur Latest News : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में आज भी कई ऐसी ऐतिहासिक धरोहरें मौजूद हैं,…

