कानपुर में शिया-सुन्नी विवाद भड़का, नारेबाजी, पथराव और तोड़फोड़ हुई
कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में रविवार दोपहर फीलखाना थाना क्षेत्र के पटकापुर स्थित नवाब साहब के हाता में शिया और सुन्नी समुदाय के बीच तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई. एक शिया युवक द्वारा इंटरनेट मीडिया पर पैगंबर-ए-इस्लाम के खलीफाओं के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के बाद दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए. इस घटना ने सैकड़ों लोगों को सड़कों पर उतरने के लिए उकसाया, जिसके बाद नारेबाजी, पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं.
मामले की शुरुआत तब हुई, जब शिया समुदाय के एक युवक ने सोशल मीडिया पर पैगंबर-ए-इस्लाम के खलीफाओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट की. यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गई, जिसके बाद सुन्नी समुदाय के सैकड़ों लोग नवाब साहब के हाता में इकट्ठा हो गए. गुस्साए लोगों ने शिया समुदाय के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और टिप्पणी करने वाले युवक की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की. कुछ लोगों ने “सिर तन से जुदा” जैसे भड़काऊ नारे भी लगाए, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
दोनों समुदायों में नारेबाजी और हिंसा विवाद बढ़ने पर शिया समुदाय के लोग भी सड़कों पर उतर आए और जवाबी नारेबाजी शुरू कर दी. दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज और तीखी नोकझोंक हुई. स्थिति तब और बिगड़ गई, जब कुछ उपद्रवियों ने एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान आसपास की संपत्तियों में तोड़फोड़ की खबरें भी सामने आईं. गुस्साई भीड़ ने कथित तौर पर आरोपी युवक के घर पर धावा बोलने की कोशिश की, जिससे क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच गया।
पुलिस ने संभाला मोर्चा घटना की सूचना मिलते ही फीलखाना थाना पुलिस और जिला प्रशासन हरकत में आ गया. भारी पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए गए. पुलिस ने दोनों समुदायों के लोगों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया. कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, और टिप्पणी करने वाले युवक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है. पुलिस ने इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है और अतिरिक्त बल तैनात कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।
प्रशासन की अपील जिला प्रशासन ने दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की है. कानपुर के पुलिस आयुक्त ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और मामले की गहन जांच की जा रही है. उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री साझा करने से बचने की सलाह दी है. साथ ही, यह भी आश्वासन दिया गया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.