Uttar Pradesh

Kanpur News: कानपुर GSVM मेडिकल कॉलेज में डॉ. शाहीन का किस्सा हुआ खत्म, कॉलेज प्रशासन ने उठाया यह कदम

Last Updated:November 14, 2025, 07:32 ISTKanpur News: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर ने फार्माकोलॉजी विभाग की पूर्व प्रवक्ता डॉ. शाहीन का नाम बोर्ड से हटा दिया है. आतंकवाद से जुड़े मामले में नाम आने के बाद कॉलेज प्रशासन का कहना है कि यह कदम छात्रों पर गलत असर रोकने के लिए उठाया गया. तीन दिनों से कैंपस में उनके नाम को लेकर चर्चा थी और छात्र पूछताछ कर रहे थे. प्राचार्य डॉ. संजय काला के अनुसार शैक्षणिक वातावरण में किसी तरह की नकारात्मकता या भ्रम नहीं होना चाहिएकानपुर: गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (जीएसवीएम) कानपुर में कभी फार्माकोलॉजी विभाग की प्रवक्ता रहीं डॉ. शाहीन अब कॉलेज की यादों से भी लगभग मिटा दी गई हैं. आतंकवाद से जुड़े मामले में नाम आने के बाद कॉलेज प्रशासन ने उनके नाम की पट्टी बोर्ड से हटा दी है. प्राचार्य डॉ. संजय काला का कहना है कि छात्रों पर इसका गलत असर पड़ रहा था, इसलिए यह कदम उठाया गया.जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलॉजी विभाग के बाहर लगे बोर्ड पर डॉ. शाहीन का नाम अब ढका जा चुका है. कॉलेज प्रशासन का कहना है कि जब छात्र और आगंतुक विभाग के पास से गुजरते थे, तो सबकी नजर उस नाम पर जाती थी. तीन दिनों से पूरे कैंपस में डॉ. शाहीन को लेकर चर्चा थी. कुछ छात्र उनके बारे में पूछताछ भी करने लगे थे. प्राचार्य के अनुसार कॉलेज एक शैक्षणिक संस्थान है, इसलिए ऐसा माहौल नहीं होना चाहिए जो छात्रों के मन में भ्रम या नकारात्मकता पैदा करे.

विभाग के कर्मचारियों ने भी माना कि अब “जीएसवीएम से डॉ. शाहीन का किस्सा खत्म हो गया.” उनके अनुसार, प्रशासन का यह कदम जरूरी था, क्योंकि कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र देशभर से आते हैं और उनके मन में किसी तरह का डर या भ्रम नहीं रहना चाहिए.

तीन माह की लीव लेकर नहीं लौटीं थीं डॉ. शाहीन
डॉ. शाहीन ने जीएसवीएम कॉलेज में साल 2006 में उप्र लोक सेवा आयोग से चयनित होकर प्रवक्ता के रूप में ज्वाइन किया था. उन्होंने लगभग सात साल तक यहां कार्य किया. साल 2009 में उनका तबादला कन्नौज मेडिकल कॉलेज में हुआ, लेकिन कुछ समय बाद वे वापस कानपुर आ गईं. साल 2013 में उन्होंने तीन माह की अर्न्ड लीव ली थी, लेकिन उसके बाद कभी कॉलेज नहीं लौटीं. कॉलेज प्रशासन ने उन्हें कई बार नोटिस भेजे और वापस आने के निर्देश दिए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. लंबे समय तक अनुपस्थिति के कारण शासन ने जांच कराई, जिसके बाद साल 2021 में डॉ. शाहीन को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया.

अब जब एटीएस ने डॉ. शाहीन के आतंकी मॉड्यूल से कथित संबंधों की जांच शुरू की, तो कॉलेज प्रशासन से उनके पुराने दस्तावेज लिए गए. इस कार्रवाई के बाद से कॉलेज प्रशासन और शिक्षक वर्ग में हलचल मच गई. प्राचार्य डॉ. संजय काला का कहना है कि हमारा कॉलेज शिक्षा और सेवा का केंद्र है. किसी भी ऐसे व्यक्ति का नाम कॉलेज से जुड़ा रहे, जिससे नकारात्मक संदेश जाए, यह उचित नहीं है.अब कॉलेज परिसर से न सिर्फ डॉ. शाहीन का नाम हटा दिया गया है, बल्कि उनका पूरा प्रकरण भी कॉलेज इतिहास के पन्नों में बंद कर दिया गया है.Lalit Bhattपिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं. 2010 से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की, जिसके बाद यह सफर निरंतर आगे बढ़ता गया. प्रिंट, टीवी और डिजिटल-तीनों ही माध्यमों में रिपोर्टिंग से ल…और पढ़ेंपिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं. 2010 से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की, जिसके बाद यह सफर निरंतर आगे बढ़ता गया. प्रिंट, टीवी और डिजिटल-तीनों ही माध्यमों में रिपोर्टिंग से ल… और पढ़ेंन्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Kanpur Nagar,Uttar PradeshFirst Published :November 14, 2025, 07:32 ISThomeuttar-pradeshकानपुर GSVM कॉलेज में डॉ. शाहीन का किस्सा हुआ खत्म, कॉलेज ने उठाया यह कदम

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