कानपुर /अखंड प्रताप सिंह: कानपुर और आसपास के जिलों के निवासियों के लिए एक राहत भरी खबर है. कानपुर के जेके कैंसर अस्पताल में तीन साल के अंतराल के बाद बायोप्सी जांच की सुविधा फिर से शुरू होने जा रही है. पिछले तीन वर्षों से यह जांच यहां बंद थी, जिसके कारण मरीजों को मेडिकल कॉलेज में जांच कराने के लिए जाना पड़ता था. लेकिन अब इस समस्या का समाधान हो गया है और मरीजों की बायोप्सी जांच वहीं पर हो सकेगी.कानपुर का जेके कैंसर अस्पताल जिले का सबसे बड़ा सरकारी कैंसर अस्पताल है, जहां मरीजों को मात्र ₹1 में इलाज मिलता है. हालांकि, इस अस्पताल में संसाधनों की कमी के कारण यह अक्सर चर्चा में रहता है. अस्पताल प्रशासन ने कई बार सरकार को पत्र लिखकर संसाधनों की कमी को दूर करने की मांग की, लेकिन स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ.बायोप्सी जांच की बहाली और लाभजेके कैंसर इंस्टीट्यूट के निदेशक, डॉक्टर एसएन प्रसाद ने बताया कि बड़ी संख्या में मरीज रोजाना अस्पताल की ओपीडी में आते हैं. लेकिन बायोप्सी की जांच न होने के कारण उन्हें मेडिकल कॉलेज भेजा जाता था. अब इंस्टीट्यूट द्वारा एक एजेंसी को नामित किया गया है, जो इस जांच को फिर से शुरू करेगी. बायोप्सी जांच के लिए यहां मात्र ₹70 का शुल्क लिया जाएगा, जिससे मरीजों को न केवल सुविधा मिलेगी, बल्कि उनकी जांच और रिपोर्ट भी जल्दी उपलब्ध हो सकेगी.FIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 14:03 IST
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