अखंड प्रताप सिंह/कानपुर: दीपावली का त्योहार खुशियों का त्यौहार होता है. दिवाली के मौके पर हर जगह दीपों की जगमगाहट, इलेक्ट्रॉनिक लाइट्स की चमक नजर आती है. जहां एक और हम तो बेहद हर्षोल्लाह के साथ ये त्यौहार मनाते हैं वहीं एक तबका ऐसा भी है जो पैसों के अभाव में त्यौहार नहीं मना पाते हैं. दीपावली का त्यौहार तो लोगों के लिए रोशनी का त्यौहार होता है लेकिन उनके जीवन में यह त्यौहार भी रोशनी नहीं भरती है. लेकिन, कानपुर के कुछ युवा कई सालों से ऐसे ही वंचित लोगों और गरीब लोगों को जीवन में दीपावली के दीप जैसा उजाला कर रहे हैं. वह अपना त्यौहार ऐसे वंचित और गरीब लोगों के साथ मनाते हैं.

जन समर्पण एक युवाओं का एक ऐसा समूह है जो हमेशा किसी भी त्यौहार में गरीब बच्चों और वंचित लोगों को खुशियां बांटता हुआ नजर आता है. इस एनजीओ में सभी ज्यादातर युवा है जो कानपुर के रहने वाले हैं और ज्यादातर उनमें दिल्ली बेंगलुरु जैसे शहरों में नौकरी कर रहे हैं. जब भी वह त्यौहार में अपने शहर आते हैं तो वह अपने शहर के ऐसे लोगों के साथ अपने त्यौहार मनाते हैं. जिनके साथ त्यौहार मनाने वाला कोई ना हो या जिनके पास त्यौहार मनाने के लिए पैसे ना हो सुविधा न हो सामान ना हो और ऐसे परिवारों के साथ में त्यौहार मना कर उनको खुशियां देते हैं.

हर त्योहार पर गरीबों का ख्याल

संस्था के सदस्य आकाश राठौर ने बताया कि 3 साल पहले कोविड के वक्त वह कानपुर में थे वह अपने दोस्तों के साथ घूमने गए हुए थे तो वहीं उन्होंने सड़क पर देखा कि दीपावली के त्योहार पर एक परिवार बैठा हुआ था. उनके शरीर पर कपड़े तक नहीं थे तो उन लोगों ने उनसे बात की और पूछा कि आप लोग कहां रहते हैं. उनकी कहानी सुनकर वह सभी भावुक को गए कि किस प्रकार से उनके परिवार में त्योहारों को मनाया जाता है. वहीं दूसरी ओर अभी भी शहर में ऐसे लोग हैं जिनके पास त्यौहार में पर्व मनाना तो छोड़िए खाना खाने तक के लिए पैसे नहीं है. इसके बाद उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक एनजीओ बनाया. जिसका नाम जन समर्पण रखा और उसके माध्यम से अब वह हर त्यौहार में जब भी अपने घर आते हैं तो त्यौहार गरीब बच्चों वंचित लोगों अनाथ आश्रमों और वृद्ध आश्रमों में मनाते हैं.

निर्धन परिवारों को दे रहे जरूरत के सामान

इस बार भी दीपावली का त्यौहार मनाने के लिए खास तैयारी की गई है. बच्चों, बुजुर्गों और लोग महिलाओं के लिए कपड़े की खरीदारी की गई है. बच्चों के लिए पटाखे खरीदे गए हैं, मिठाई खरीदी गई है. यह सब स्लम एरियाज में जाकर उनके साथ ही दीपावली का पर्व मनाने की इस बार भी तैयारी है.
.Tags: Diwali festival, Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : November 10, 2023, 15:00 IST



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